रांची,28 जनवरी (ईएमएस): झारखंड में सरकार के गठन के एक माह बाद मंगलवार को हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार हो गया। हेमंत कैबिनेट के पहले विस्तार में सात मंत्रियों ने शपथ ली है। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शाम चार बजे राजभवन के खचाखच भरे बिरसा मंडप में सातों मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। झामुमो कोटे से पांच विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इनमें चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं।
वहीं, कांग्रेस कोटे से मंत्री पद की शपथ लेनेवाले दो विधायकों में बन्ना गुप्ता तथा बादल पत्रलेख शामिल हैं। हेमंत की टीम के मंत्रियों में जगरनाथ महतो, बादल पत्रलेख और मिथिलेश कुमार ठाकुर पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि अन्य को पहले भी मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिल चुका है। हेमंत सोरेन कैबिनेट में जगह पाने वाली एकमात्र महिला जोबा मांझी हैं। जोबा भी पूर्व की कई सरकारों में भी मंत्री रह चुकी हैं।
कांग्रेस के खाते में मंत्री के कुल चार पद
कांग्रेस के दो अन्य विधायकों के मंत्री पद पर शपथ लेने के बाद कांग्रेस के कोटे से मंत्रियों की कुल संख्या चार हो गई है। वहीं झामुमो के खाते में मंत्रियों के पांच पद गए हैं। एक पद राजद को मिला है। स्पीकर का पद भी झामुमो के पास है।
इस तरह कुल मिलाकर टीम हेमंत ने अपना प्लेइंग इलेवन पूरा कर लिया है। मंगलवार को राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन ङ्क्षसह और झारखंड कांग्रेस के प्रदेश उपप्रभारी उमंग ङ्क्षसघार की मौजूदगी में राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने मंत्रियों को शपथ दिलाई। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्य सचिव डीके तिवारी की उपस्थिति में सात मंत्रियों की नियुक्ति का आदेश पढ़ा गया।
सबसे पहले मंच पर चंपई सोरेन का नाम पुकारा गया और राज्यपाल ने चंपई सोरेन को शपथ दिलाई। इसके बाद शपथ लेने के लिए हाजी हुसैन अंसारी का नाम पुकारा गया। हाजी हुसैन ने उर्दू भाषा में शपथ ली। हाजी हुसैन के बाद जगरनाथ महतो ने मंत्री पद की शपथ ली। हेमंत मंत्रिमंडल में पहली महिला मंत्री के तौर पर झामुमो की विधायक जोबा मांझी ने शपथ ली।
झामुमो कोटे से पांच तथा कांग्रेस से दो और विधायक बने मंत्री
जोबा मांझी के बाद कांग्रेस कोटे से जमशेदपुर पश्चिमी सीट के विधायक बन्ना गुप्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद राज्यपाल ने जरमुंडी के कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख को मंत्री पद की शपथ दिलाई। सबसे अंत में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली। झामुमो विधायक जगरनाथ महतो, कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख तथा झामुमो विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर किसी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं।
तीन विधायक पहली बार बने मंत्री, जोबा एक मात्र महिला मंत्री
शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन सरकार के मौजूदा मंत्री रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम, राजद कोटे से मंत्री बने सत्यानंद भोक्ता समेत कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। कांग्रेस से पूर्व में ही दो विधायकों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को मंशपथ दिलाई जा चुकी है। इधर, कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष स्टीफन मरांडी देर से पहुंचे।
इसके अलावा राजद के एकमात्र विधायक सत्यानंद भोक्ता भी मंत्री पद की शपथ बीते 29 दिसंबर को ले चुके हैं। नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद कयास और अटकलों का दौर जहां थमेगा, वहीं विभागों के बंटवारे के बाद सरकारी कामकाज की गति भी बढ़ेगी। गौरतलब है कि मकर संक्रांति के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करने की संभावनाएं थी, लेकिन कांग्रेस द्वारा मंत्रियों की सूची में आनाकानी से देरी हुई।
23 जनवरी को मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी थी। इस बाबत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर जानकारी दी थी। हालांकि बाद में चाईबासा में हत्याकांड की घटना का हवाला देकर मंत्रिमंडल का विस्तार टाला गया। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने मंत्रियों की सूची ही नहीं सौंपी थी। इसी वजह से मंत्रिमंडल विस्तार को टालना पड़ा।
कांग्रेस कोटे के मंत्री
बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख।
झामुमो कोटे के मंत्री
चंपई सोरेन, जोबा मांझी, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, मिथिलेश ठाकुर।
राज्य में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में सीएम समेत 11 मंत्रियों की शपथ के बाद अब तय हो गया है कि एक पद छोड़कर रखा जाए। बचे हुए मंत्री पद से विपरीत परिस्थितियों में उलटफेर में सहूलियत होगी। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में मंत्रिमंडल का एक पद उनके कार्यकाल के अंत तक खाली रहा।