जमशेदपुर, 24 मई, संवाददाता, आईआईएम इंदौर के निदेशक एवं टाटा स्टील के पूर्व अधिकारी हिंमांशु राय कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लॉक डाउन के बीच नियमित रुप से लोगों को प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। सोसल मीडिया के माध्यम से वे लगातार संदेश दे रहे हैं। गत 23 मई को फेसबुक लाइव के माध्यम से वे लोगों से जुड़े। उन्होंने पॉलो कोएल्हो की पुस्तक द अल्केमिस्ट से नेतृत्व का पाठ विषय पर अपने संबोधन में उन्होंने नेतृत्व क्षमता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होने कहा कि नेतृत्व पर वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति अन्य को प्रोत्साहित करता है। नेतृत्व के अपने सिद्धांत हैं। नेतृत्व के बारे में कहा जाता था कि जन्म से नेतृत्व की क्षमता होता है।उसी सिद्धांत पर पहले राजा का बेटा राजा बनता था। यह सिद्धांत वंशज चलता था। कभी कभी परिस्थितियां नेतृत्व क्षमता पैदा कर देती हैं। भेदभाव के जमाने में महात्मा गांधी की नेतृत्व क्षमता उनको ट्रेन से उतारे जाने की घटना ने उजागर की। श्री राय ने कहा कि नेतृत्व आचरण में होता है। ऐसा होने पर आप स्वयं लीडर बन सकते हैं। हम अपने अंदर कैसे नेतृत्व क्षमता ला सकते हैं,उन्होंने कहा कि यदि आपमें सोच है, जज्बा है तो नेतृत्व क्षमता जागृत हो सकती है। नेतृत्व क्षमता के लिये दृष्टिकोण का होना भी जरुरी है। श्री राय ने कहा कि यदि आपमें विजन है और उसे क्रियान्वित कर रहे हैं तो आप लीडर बन सकते हैं। यदि केवल विजन है लेकिन उसे क्रियान्वित करने की क्षमता नहीं तो इसका मतलब है कि आप केवल सपना देख रहे हैं। कर्म कर रहे हैं लेकिन दिशा नहीं है।
इस दौरान कई लोगों ने श्री राय से सवाल भी पूछे जिनकाउन्होंने जवाब दिया। करीब आधे घंटे के इस कार्यक्रम का लोगों ने काफी लाभ उठाया।