नई दिल्ली, 8 मई (प्रतिनिधि): सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव अशोक अरोड़ा को आज एसोसिएशन की कार्यकारिणी समिति ने तत्तकाल प्रभाव से निलंबित कर दिया और सहायक सचिव रोहित पांडेय को सचिव का प्रभार सौंपने का निर्णय लिया. विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने अध्यत्र दबे की सार्वजनिक टिप्पणी को लेकर जंग छिड़ी हुई है. सचिव अरोड़ा ने एसोसिएशन के अध्यक्षों को एक संदेश जारी कर 11 मई को आपात बैठक बुलाई थी जिसका एजेंडा एसोसिएशन के प्रेसिडेंट दुष्यंत दबे को उनके पद से निष्काषित करने का था. सचिव के संदेश में कहा गया था कि प्रेसिडेंट श्री दबे ने 25 फरवरी को माननीय न्यायाधीश अरूण मिश्रा द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा में किए गए एक सार्वजनिक बयान पर उनके विरूद्ध निंदा प्रस्ताव पास किया था. सचिव का आरोप था कि अध्यक्ष दबे बार एसोसिएशन के पद का राजनीतिक उद्देश्यों का इस्तेमाल करते थे. उन्होंने अध्यक्ष की प्राथमिक सदस्यता भी रद्द करने की मांग की थी.
आज एसोसिएशन के कार्यकारिणी 11 तारीख को बुलाई गई ईजीएम को रद्द कर दिया और एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जो अरोड़ा के खिलाफ आरोपों की जांच करेगी. निलंबन के बाद श्री अरोड़ा ने सभी सदस्यों के बीच पुन: एक संदेश जारी कर कहा कि कार्यकारिणी समिति उन्हें बार-बार कई अवसरों पर उनके स्वतंत्र रोल पर रोक लगाती है. श्री अरोड़ा ने पुन: दोहराया कि प्रेसिडेंट श्री दबे के आचरण ने बार की प्रतिष्ठा पर आंच पहुंचायी है. श्री अरोड़ा का दावा है कि प्रेसिडेंट और कार्यकारिणी समिति में शामिल उनके लोग कई अवसरों पर उनका काम करने से रोकते रहे हैं जिसके विरूद्ध वे कानूनी लड़ाई भी आरंभ करेंगे. उन्होंने मेरा निलंबन आधारहीन और गोलमटोल आरोपों पर किया है.