शहर में 22 से 24 तक मॉक ड्रिल कार्यक्रम

जिंजर होटल से टीएमएच तक बनेगा ग्रीन कॉरिडोर
जमशेदपुर : गैस रिसाव जैसी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए जमशेदपुर में 22 से 24 फरवरी तक ‘मॉक ड्रिलÓ की तैयारी की गई है. डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस ग्रुप (डीसीजी) और डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट (डीडीएम) की आज इस मुद्दे पर बैठक हुई जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अग्निशमन, नगर आरक्षी अधीक्षक, सिविल सर्जन, टाटा स्टील अधिकारी, टाटा स्टील सुरक्षा के गौपाल चौधरी समेत कई पदाधिकारी शामिल हुए. एनडीआरएफ की टीम भी देर शाम पहुंच गई. डीसीजी के चेयरमैन एडीसी और डीडीएम के चेयरमैन डीसी हैं. आद्योगिक क्षेत्रों में गैस रिसाव होने के बाद स्थिति से निपटने के लिये आवश्यक तैयारियों को लेकर उक्त टीम तीन दिवसीय मॉक ड्रिल कार्यक्रम तय किया गया है. 22 फरवरी को दोपहर से एनडीआरएफ के साथ टेबुल टॉक कार्यक्रम है, 23 फरवरी को टाटा स्टील प्लांट में ऑनसाइट तथा 24 फरवरी को ऑफ साइट मॉक ड्रिल का कार्यक्रम है. ऑफ साइट का कार्यक्रम बिष्टुपुर में होटल जिंजर से लेकर टीएमएच तक होगा. गैस रिसाव की आपात स्थिति में हालात से कैसे निपटा जाए इसका अभ्यास प्रदर्शित किया जाएगा. विदित हो कि गैस आधारित औद्योगिक कार्यों का प्रचलन बढऩे और गैस लदे भारी वाहनों के परिवहन से आए दिन जानलेवा दुर्घटनाएं होती रहती है. हर गैस कमोवेश जानलेवा और जनस्वास्थ्य के लिये खतरनाक होती है. हाल फिलहाल में देश में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है. जब या तो किसी प्लांट में गैस रिसाव हुआ या सड़क पर गैस लदे वाहनों को दुर्घटनाग्रस्त होने से प्रकोप बना.
उपायुक्त कार्यालय में हुई बैठक में उपायुक्त ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान गैस रिसाव से कम प्रभावित हुए लोगों को जगह खाली कराते हुए सांकेतिक रूप से माइकल जॉन ऑडिटोरिम में रखा जाएगा वहीं ज्यादा प्रभावित लोगों को टीएमएच में भर्ती कराया जाएगा. कहा कि जिंजर होटल से टीएमएच तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा. साथ ही यातायात व्यवस्था सुगमता से बहाल रहे इस बाबत भी उन्होने दिशा-निर्देश दिए. कहा कि जितने भी लोग संभावित प्रभाववाले क्षेत्र में आएंगे उन्हें जगह खाली कराने को लेकर पहले से चिन्हित कर लें साथ ही कंट्रोल पोस्ट बनाने को लेकर उन्होंने संबंधित पदाधिकरियों को रेकी करने को कहा.
बैठक में सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट, एडीसी प्रदीप प्रसाद, एडीएम नन्दकिशोर लाल, निदेशक डीआरडीए, डीटीओ, मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी, डीएसपी सीसीआर, थाना प्रभारी बिष्टुपुर, टाटा स्टील के प्रतिनिधि, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट, विद्युत विभाग, अग्निशमन विभाग तथा अन्य संबंधित विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

कंफ्यूजन रोकने को वाहनों में लिखें ‘मॉक ड्रिलÓ
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को एंबुलेंस के साथ मेडिकल सेट अप तैयार रखने तथा अग्निशमन विभाग को अग्निशामक वाहन की व्यवस्था का निर्देश दिया. उपायुक्त द्वारा स्पष्ट किया गया कि एंबुलेंस या ऐसे अन्य वाहन या जगह जो मॉक ड्रिल के क्षेत्र में आएंगे उनमें साफ एवं बड़े शब्दों में ‘मॉक ड्रिलÓ जरूर लिखा रहे, ताकि आम जनता में किसी तरह की ऊहापोह की स्थिति नहीं बने तथा कोई असामाजिक तत्व मॉक ड्रिल का वीडियो बनाकर इसका गलत इस्तेमाल या अफवाह फैलाने के रूप में नहीं कर सकें.

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