जमशेदपुर, 9 अगस्त (रिपोर्टर): कार्मिक विभाग की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए झारखंड के उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग में एक बार फिर ग्रेड-3 अराजपत्रित कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर स्थानांतरण-पदस्थापन की तैयारी की गयी है. बताया जाता है कि इस प्रकार के स्थानांतरणों की आड़ में दोहन का बड़ा खेल खेला जाता है जिसका खुलासा पिछले ही अंक में किया गया है.
बताया जाता है कि पहले प्रचारित किया गया कि 27 जुलाई को अराजपत्रित कर्मचारियों के स्थानांतरण के लिए बैठक की जाएगी जिसे कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित किया गया. अब सरे बाजार चर्चा फैलाई गयी है कि 14 अगस्त को यह बैठक की जाएगी. तब तक निदेशालय के बिचौलियों को कर्मचारियों से संपर्क साधकर उनके भयादोहन का खेल खेलने का समय मिल गया है.
कार्मिक विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि तृतीय एवं चतुर्थ ग्रेड के कर्मचारियों का अमूमन स्थानांतरण नहीं किया जाता है. विशेष परिस्थिति में ग्रेड- 3 का कोई स्थानांतरण आवश्यक हो तब अराजपत्रित स्थापना समिति की बैठक में सचिव का अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ही ऐसा ही किया जा सकता है और वह भी थोक भाव से, इसमें सामूहिक स्थानांतरण पर पूर्णत: रोक है. इस संबंध में सरकार का एक परिपत्र यहां संलग्न है जिसमें कहा गया है कि निदेशालय को पूर्व में की गई ऐसी मनमानी के संबंध में चेतावनी भी दी गयी है कि भविष्य में ग्रेड-3 एवं ग्रेड-4 के कर्मियों के स्थानांतरण-पदस्थापन का प्रस्ताव सरकारी निर्देशों एवं कार्मिक प्रशासनिक सुधार विभाग की गाइडलाइन के आलोक में ही तैयार किया जाए. आश्चर्य है इतने स्पष्ट आदेश के बावजूद निदेशालय पुन: स्थानांतरण-पदस्थापन का दोहन-खेल आयोजित कर रहा है.