नई दिल्ली- पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर उग्र भीड़ की ओर से जमकर पत्थरबाजी की गई है। खबरों के मुताबिक ये पत्थरबाजी स्थानीय उग्र मुसलमानों की ओर से की गई और रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने गुरुद्वारे को घेर लिया। इस स्थान पर रिकॉर्ड किए गए एक विडियो में एक प्रदर्शकारी यह धमकाते हुए सुनाई दे रहा है कि ननकाना साहिब में अब किसी भी सिख को रहने नहीं दिया जाएगा और पवित्र ननकाना साहिब का नाम बदलकर जल्द ही गुलाम-ए-मुस्तफा कर दिया जाएगा।
खबरों के मुताबिक उग्र भीड़ की वजह से पहली बार जन्म स्थान ननकाना साहिब गुरुद्वारे में कीर्तन-भजन को भी कैंसिल करना पड़ा है। बता दें कि ये वाक्या गुरु गोविंद सिंहजी की जयंती मनाए जाने के एक दिन बाद सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक गुरुद्वारे पर हमला करने वाली सैकड़ों की भीड़ की अगुवाई पिछले साल ननकाना साहिब गुरुद्वारे के ग्रंथी की लड़की जगजीत कौर को अगवा कर जबरन धर्मांतरण करवाकर उसके साथ निकाह करने के आरोपी मोहम्मद हसन के परिवार ने किया है। हमलावरों का आरोप है कि अपनी मर्जी से इस्लाम करने और निकाह करने वाली लड़कियों के बहाने सिख समुदाय बेवजह की विवाद करते हैं। मोहम्मद हसन के परिवार का ये भी दावा है कि जगजीत, जिसका नाम अब आयशा हो चुका है, वह दबाव के बावजूद अपना धर्म वापस बदलने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन फिर भी उसके परिवार वालों को परेशान किया जाता है।
गौतरलब है कि जन्मस्थान ननकाना साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैं और इसकी अहमियत इसलिए बढ़ जाती है कि यहां 1469 में सिखों के पहले गुरु गुरुनानक देव जी का जन्म हुआ था।