भोपाल।नवरात्र महोत्सव रविवार से शुरू हों गयेे। इस अवसर पर घर-घर में घट स्थापना कीगयी इस बार नवरात्र में विशेष योग रहेंगे, इस दौरान मां भगवती की पूजा दिन विशेष के रंग के अनुसार करें, जो नवरात्र को विशेष फलदायी बनाएंगे। इस बार घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त की अवधि लंबी होगी। ज्योतिषाचार्यों ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत योग का शुभ संयोग रहेगा।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 9.15 से लेकर 12.20 बजे तक रहेगा। इसके बाद दोपहर 1.45 बजे से 3.15 बजे तक रहेगा। शाम के समय घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 6.15 से 9.45 बजे तक रहेगा।
यह है नवरात्र की पूजा विधि
नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना की गयी। कलश स्थापना के लिए सुबह का समय सबसे उत्तम माना गया है। किसी बर्तन या जमीन पर मिट्टी की थोड़ी ऊंची वेदी बनाकर जौ को बो दें। अब इस पर कलश की स्थापना करें। कलश में गंगा जल रखें और उसके ऊपर कुल देवी की प्रतिमा या फिर लाल कपड़े में लिपटा नारियल रखें और पूजन करें। पूजा के समय दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
5 सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे: इस बार नवरात्र पूरे 9 दिन के हैं। नवरात्र के दौरान 5 सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं। ऐसे में साधकों को सिद्धि प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर मिल रहे हैं। इस दौरान सभी शुभ काम शुरू कर सकते हैं।
पहले दिन पीले रंग के कप?े पहनकर मां शैलपुत्री की पूजा
रविवार को मां शैलपुत्री की पूजा हुई। सर्वार्थ सिद्धि, अमृत योग रहेगा। इस दिन पीला रंग पहनना शुभ माना जाता है।
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होगी। अमृत सिद्धि योग रहेगा। इस दिन हरे रंग का उपयोग करें।
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होगी। रवि योग रहेगा। किसी भी रंग का उपयोग करें।
चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होगी। अमृत सिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। नारंगी रंग का उपयोग करें।
पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी। सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग रहेगा। सफेद रंग का उपयोग करें।
छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा होगी। रवि योग रहेगा। लाल रंग का पहनें।
सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा होगी। नीले रंग का उपयोग करें।
आठवें दिन मां महागौरी की पूजा होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। गुलाबी रंग पहनें।
नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग रहेगा। बैंगनी रंग का उपयोग करें।