रांची: झारखंड में फिलहाल सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर सियासत गर्म है. इन सब के बीच सियासी गलियारों में ये सवाल भी कायम है सियासी दलों की होली कैसी होगी ? महागठबंधन के लोगों को सत्ता मिली है तो जाहिर है वे उत्साहित हैं और जमकर होली खेलने का ऐलान कर रहे हैं.
इसकी बानगी तो विधानसभा में भी दिखी थी, जब सीएम सहित सत्ता पक्ष के विधायकों ने जमकर गुलाल उड़ाया था और एक दूसरे को लगाया था. ऐसी ही कुछ रंगत अब भी होली से ठीक पहले देखने को मिल रही है.
जेएमएम कोटे से मंत्री मिथलेश ठाकुर कहते हैं कि हमलोग खूब जम कर होली खेलेगें और इससे सारे वायरस को भगाने का काम करेंगे. वहीं कांग्रेस नेता शमशेर आलम ने कहा कि बीजेपी का रंग अब उतर चुका है. इसलिए कोरोना के बहाने होली नहीं खेलने का ऐलान कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दरअसल, बीजेपी का रंग फीका हो चुका है. इनके पास एक रंग सांप्रदायिकता का बचा था, वो भी दिल्ली चुनाव में उतर चुका है. जबकि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी होली को लेकर कहते हैं कि पीएम ने कहा है वो होली नहीं खेलेगें तो वो पूरे साल होली खेलते हैं. झारखंड में गरीब की सरकार का गठन हुआ है. बीजेपी के कहने के अनुसार नहीं चलेंगे.
वहीं कांग्रेस के ही विधायक उमाशंकर अकेला होली को लेकर कहते हैं कि इस मौके पर परिवार के लोग बाहर से आते हैं. मिलना जुलना खाना- पीना होता है. जिनको रंग से एलर्जी होगा वो नहीं खेलेंगे. माले विधायक विनोद सिंह की भी होली को लेकर अपनी राय है. होली तो लोग खेलेंगे ही. बीमारी पर पैनिक होने की जरूरत नहीं, सही जानकारी देने की आवश्यकता है.
बीजेपी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव जीतने वाले विधायक सरयू राय तो पीएम के होली को लेकर किये गए अपील को ही अव्यवहारिक बता रहे हैं. सरयू राय कहते हैं कि होली खेलना चाहिए और हम लोग होली खेल रहे हैं. पीएम जैसे लोग जब इस तरह की बात करते हैं तो लोगों में संशय होता है.
जबकि झारखंड के सभी बीजेपी विधायक इस साल होली नहीं खेलने का ऐलान कर चुके हैं. बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही कहते हैं जितने बीजेपी के एमएलए हैं वो इसबार होली नहीं खेलेंगे. पीएम ने भी इसके लिए आग्रह किया है. कोरोना को भी दूर रखना है और जनता को जागरूक भी करना है.
बीजेपी विधायक सीपी सिंह भी इस होली में भीड़-भाड़ और लोगों से दूरी बना कर होली खेलने की अपील कर रहे हैं. बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने भी पीएम के व्यापक जनहित में आह्वान का हवाला देते हुए कहा कि वह होली नहीं खेलेंगे.
झारखंड में बीजेपी के लोग पीएम के आह्वान पर कोरोना के कहर को देखते होली नहीं खेलने की बात कर रहे हैं जबकि सत्ता पक्ष तो बीजेपी के इस बार होली नहीं खेलने के ऐलान को हाल में कई राज्यों के चुनाव नतीजे और बीजेपी के हाथ से जाती राज्यों की सत्ता से जोड़ रही है.