जमशेदपुर 30 अक्टूबर संवाददाता : जुगसलाई पिगमेन्ट गेट के पास स्थित जोगर्स पार्क में आज सुबह दो युवक युवतियों के शव मिलने से सनसनी फैल गयी। दोनो प्रेमी युगल बताये जा रहे हैं. दोनो के सिर में गोली लगी है। घटना स्थल पर लड़की के हाथ में पिस्टल मिली है। मृतकों में 20 वर्षीय सरोज उपाध्याय व 17 साल की 10वीं की छात्रा सिमरन कुमारी सिंह शामिल हैं. दोनो बागबेड़ा के रहने वाले हैं। हत्या करने के बाद हत्यारे भागने मेें सफल रहे.सुचना पाकर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से पिस्टल ,तीन खोखा,चप्पल व युवक का मोबाईल बरामद किया है.घटनास्थल पर खून के धब्बे थे .पुलिस ने सरोज के साथियों को हिरासत मेंं ले रखा है.जिनसे पुलिस पुछताछ कर रही है. पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है. सिटी एसपी सुभाषचन्द्र जाट का कहना है की घटना से जुड़े हर पहलु पर टीम छानबीन कर रही है.मौके पर फोरोसंासिक व फिंगर प्रिन्ट की टीम ने भी छानबीन की है व पिस्टल से हमलावर की अगुंली की निशान लिये है.
पूरा मामला सदिंग्ध होता दिखता है.प्रथम दृष्टया मामला हत्या प्रतीत होता है.परिजनों का आरोप है कि हत्या की गयी है.हत्या के कारणो का खुलासा नहीं हो पाया है .कहा जाता है कि हत्या के पीछे प्रेम सम्बंधों से जुड़ा मामला है.घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार रेलवे टा्रफिक कालोनी दुर्गापूजा मैदान के पीछे अतिक्रमण कर बने घर पर बसे दिपेन्द्र उपाध्याय (बोरवेल कारोबारी) का बेटा बीस वर्षीय सरोज उपाध्धाय जो कोपरेटिव कालेज बी ए वन पार्ट का छात्र है का बागबेड़ा रिभर भ्यु कालोनी निवासी राकेश कुमार सिंह (रेलवे के इन्टरनल टेलीफोन एक्सचेंज कर्मी) की बेटी 17 वर्षीया सिमरन से प्रेम संबंध था। छात्रा दयानंद पब्लिक स्कूल विष्टुपुर की दसवीं की छात्रा थी। दोनो के बीच प्रेम सम्बंध था. दोनों एक दुसरे से मिलते जुलते थे लड़का लड़की से मिलने उसके घर पर भी पहुंचता था.दोनों तब से एक दुसरे कोजानते थे जब सिमरन का परिवार भी रेलवे टा्रफिक कालोनी मेें रहता था.वर्ष 18 में सिमरन के पिता ने रिवर व्यूु कालोनी में जमीन लेकर घर बनाया व मई माह में शिफ्ट कर गये थे.परतुं दोनों प्रेमी का संबंध बरकरार रहा . कहा जा रहा है कि सरोज को बुलाने उसके घर पर सुुबह चार बजे उसके कुछ साथी आये थे. उन्होंने उसे फोन भी किया था। सरोज के बड़े भाई की नियुक्ति हाल ही दारोगा के पद पर हुई है और सरोज भी दारोगा के लिये तैयारी कर रहा था जिसके लिये वह रोज सुबह अभ्यास के लिये जाया करता था। लेकिन आज सुुबह वह साथियों के साथ हवाई चप्पल पहनकर घर से निकल गया जबकि प्राय: जूता पहनकर जोगिंग करने जाया करता था .
सुबह चार बजे दोनो निकले थे घर से
उधर सिमरन के परिजनों के अनुुसार सिमरन भी सुबह लगभग चार साढे चार बजे घर से बिना कहे निकल गयी थी.दोनों की लाश पांच साढे पांच बजे जुगसलाई में मिली.जिससे इलाका में सनसनी फैल गयी .लड़की के हाथ में पिस्टल है जो गिरी हुयी है व पास मेें ही सरोज का शव पड़ा था. दोनों की कनपटी के पास दाहिना तरफ से गोली मारी गयी है जो बांयीं तरफ से निकल गयी है.कुछ लोगों का कहना है कि पहले सिमरन ने सरोज को गोली मारी है उसके बाद स्वंय उसने गोली मारकर आत्महत्या की है.तीन गोली चली है पिस्टल लोडेड थी .सुबह में पार्क में जब स्थानिय लोग पहुंचे तो देखकर स्तब्ध रह गये घटना की सूचना पुलिस को दी गयी .पुलिस ने सरोज के पिता दिपेन्द्र उपाध्धाय के बयान पर अज्ञात के खिलाफ हत्या करने का मामला दर्ज किया गया है.पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है.लड़के के पिता ने बेटे की गोली मारकर हत्या करने की बात कही है तो सिमरन की मां नंदनी का कहना है कि बेटी की भी हत्या की गयी है.पुलिस कहती है कि आत्महत्या है तो तीन गोली क्यों चली है सवाल उठता है की युवती के पास पिस्टल कहां से आयी थी ऐसी क्या वजह थी की दोनों ने एक दुसरे को गोली मारी है.सभी बाते अनुसंधान का विषय है. लड़की की कलाई उतनी मजबूत नहीं कि गोली चलाने के बाद झटका ना दे झटके से ही पिस्टल फें का जायेगी उसके हाथ में पिस्टल थमा देना प्रतीत होता है कि हत्यारे कोई और है कहानी आत्महत्या की दी गयी है.
यह बात भी समाने आ रही है की युवती क ा किसी और के साथ भी प्रेम सम्बंध था.वह कौन था जो सरोज को घर से बुलाकर ले गया यह भी बात समाने आ रही है की सरोज सुबह में साथियों के साथ सिमरन के घर गया था जिसे आवाज देकर बुलाया व दोनों साथ मौके पर पहुंचे है जिनके बीच विवाद के बाद घटना घटी है.सरोज के बारे में बताया जाता है की वह सुद का भी कारोबार करता था .काफी संगी साथी थे.लोगों का कहना है की मदद किया करता था वह सरकारी नौकरी के लिये दौड़ आदि की प्रक्टीस किया करने के लिये रोज घर से दौडऩे जाया करता था .
सिमरन के बारे में मां नंदनी ने बताया की घटना के दिन रात में 11 बजे तक घर पर ही थी सुबह पांच बजे उठे तो वह घर पर नहीं थी बाहर के गेट पर ताला लगा था पर कमरे के नीचे ग्रील व सिढी का गेट खुला था कहा जाता है घर निमार्णाधीन है बास बल्ली लगा है वह उसी के सहारे नीचे उतरी व सरोज के साथ गयी है.यह भी बात समाने आ रही है की वह बीमार रहा करती थी जिसका इलाज चल रहा था. सातवीं के बाद उसक ा पढाई में मन नहंी लगता था ुसे कई बार समझाये थे की ये सब में क्या रखा है क्या सरोज के बैगर नहीं रह सकती है तो कहती थी कि क्या वह भगवान है भुल जायेगें .उसे डांट डपट करते थे कि अधिक करेगी को फोन टीवी सभी हटा देगें फोन तो देना बंद कर दिये थे पर पता नही कहां व कैसे बात सरोज से करती थी घर के पास सरोज आता था उसे जानकारी नहीं है जबतक हम स्वंय पढाये तबतक सही रही बाद में बिगड़ गयी वह दिलेर थी वह स्वंय जान नहीं दे सकती थी घर से कही नहीं जाती थी छोटा बेटा रितेश है.बेटी की हत्या की गयी है वह कहां से पिस्टल लायेगी.मां ने बताया कि सुबह लगभग सात बजे सिमरन के पिता को फोन आया था की हम सरोज बोल रहे है क्या पहचाने नहीं वे बात नहीं कर पाये चुंकि काम पर जाना था सुबह 8 बजे पुलिस ने सुचना दी है आखिर वह कौन था जिसने सात बजे अपने आप को सरोज कह कर सिमरन के पिता को फोन किया था .मुलत:मुगेंर के निवासी है.
सरोज के बारे में बताया जाता है की मोहल्ला मेंं मारपीट किया करता था .बड़ा भाई मुकेश दारोगा है जो गोड में पदस्थापित है.छोटा भाई अमरेन्द्र है वह भी कालेज में पढता है.बहन भी है परिजनो का कहना था कि वह रोज प्रैक्टीस करने जाया करता था उसकी किसी के साथ दुश्मनी नहीं थी वे सिमरन या उसके परिवार को नहीं जानते है साजिश के तहत बेटे की हत्या की गयी है.
पुलिस सीसीटीवी फुटेज व सरोज के मोबाईल को खंगाला रही है की घटना के पहले किससे बात हुयी है रात में आदित्य उर्फ टोनी के साथ घर से निकला था फिर लौटा आया था.
विधि व्यवस्था लेकर थाना में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.