गंगा मेमोरियल अस्पताल में डा एन सिंह ने पेश की मानवता की मिसाल

मुफ्त आपरेशन कर महिला की बचाई जान, पति को दी सायकिल
भाड़े की सायकिल पर पुरुलिया से बीमार पत्नी को लेकर आया था हरी
जमशेदपुर 22 जून, संवाददाता
गंगा मोमोरियल अस्पताल में आज उस समय भावुक माहौल पैदा हो गया जब पुरुलिया से भाड़े की सायकिल पर इलाज कराने आये दंपत्ति को अस्पताल के संचालक डा एन सिंह की ओर से सायकिल भेंट की गयी। करीब सौ किलोमीटर दूर इतने कष्ट से आये हरी और उसकी पत्नी वंदनी(29) के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। विधायक सरयू राय के हाथों पहले बंदनी को फल भेंट की गयी फिर पति को सायकिल। युवा दम्पत्ति के लिये यह सब सपने जैसा प्रतीत हो रहा था। जब पुुरुलिया में डाक्टरों ने बंदनी के इलाज से हाथ खड़े कर लिये और उसे बाहर किसी बड़े अस्पताल में इलाज के लिये जाने को कहा तो इस युवा दम्पत्ति के सामने अंधेरा छा गया। आज इन दोनो ने बंगला भाषा में बताया कि डा सिंह उनके लिये भगवान हैं। यहां न केवल मुफ्त में इलाज हुआ बल्कि भोजन की भी मुफ्त में व्यवस्था की गयी। उनकी सात साल की बेटी के लिये भी सारी व्यवस्था की गयी। कल इस परिवार को अस्पताल के एम्बुलेंस से पुरुलिया भेजा जाएगा।
सरकार को चाहिये कि इस तरह के अस्पतालों का संरक्षण करे-सरयू राय
ॅविधायक सरयू राय ने कहा कि गंगा मेमोरियल अस्पताल और इसके संचालक डा एन सिंह ने हमेशा ही कई ऐसे उदाहरण पेश किये हैं। बंगाल के एक मरीज के मुफ्त में इलाज कर उसकी जान बचाना बहुत बड़ी बात है। बहुत सारे लोग हैं जो डा सिंह के इलाज से लाभान्वित होते रहते हैं। यहां वाजिब दर पर इलाज होता है। इसके अलावे जो जितना दे सका, उतना ही लिया जाता है। आज जब स्वास्थ क्षेत्र इतना बड़ा बाजार हो गया है. कारपोरेट घरानों की काफी चर्चा होती है। लेकिनवहां चार से पांच गुणा अधिक महंगा इलाज होता है। श्री राय ने कहा कि गंगा मोमोरियल अस्पाताल में कई मरीजों का मुफ्त में इलाज होता है। फिर भी यह अस्पताल चल रहा है। मुनाफाखोर प्रवृति ने इलाज को महंगा कर दिया है। सरकारी स्कूल की जो स्थिति है वही सरकारी अस्पताल की है। डा सिंह जैसे लोगों को देखकर ही कहा गया है कि डाक्टर भगवान है। मैं खुद कई बार मरीजों को यहां इलाज के लिये भेजता हूं और डाक्टर सिंह हमेशा ही उनका इलाज करते हैं। वाजिब दर पर और मुफ्त में भी। सरकार को चाहिये कि इस तरह की सेवा करने वाले अस्पतालोंं का वह संरक्षण करे। यह अस्पताल सुपर स्पेसिलिटी की सारी सुविधायें रखता है। यह आईना दिखाताहै कि इतने सेवा भाव से वाजिब दर पर इलाज किया जा सकता है।
मैं मरीज को वापस नहीं लौटाता-डा सिंह
डा एन सिंह ने कहा कि मेरे पास जो भी साधन है, उसका मैं उपयोग मरीजों के इलाज पर करता हूं। मैं मरीजों को वापस नहीं लौटाता हूं। मेरी मां मेरी प्रेरणा रही है। उनके कहने के अनुसार मैं कभी किसी मरीज को पैसे के लिये वापस नहीं लौटाता। अन्यत्र इलाज काफी महंगा होता है। इससे लोगों को परेशानी होती है।हमारे अस्पताल में जितने भी डाक्टर जुड़े हैं, सभी इसी सेवा भाव से लगे हैं। जब पुरुलिया की यह मरीज मेरे पास आई थी तो इसकी हालत काफी खराब थी। मैंने इसका आपरेशन किया और अब यह स्वस्थ हैं। मैंने इस परिवार से कहा है कि जब भी भविष्य में किसी तरह की जरुरत होगी, वे उसके लिये खड़े रहेंगे। मरीज के पति ने कहा कि जब वह वापस लौटेगा तो फिर उसे सायकिल लौटानी होगी। उसका भाड़ा भी देना होगा। तब मैंने इसे सायकिल देने का फैसला किया।

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