कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं उपचार हेतु जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया गया है। इस क्रम में आज उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला द्वारा टाटा मेन अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के लिए विशेष तौर पर बनाए गए 540 बेड के आइसोलेशन और 67 बेड के सीसीयू वेंटिलेशन युक्त वार्ड का निरीक्षण किया गया। टाटा मेन अस्पताल के डॉक्टर ने उपायुक्त को बताया कि कोविड-19 स्पेशलिटी अस्पताल के रूप में इसे विकसित किया गया है, यहां सभी अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। उनके द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस से संक्रमित या संदिग्ध के इलाज हेतु अलग अलग व्यवस्था किया गया है। वहीं कोविड-19 पॉजिटिव के डिलीवरी और डायलिसिस की भी अलग अलग व्यवस्था की गई हैं। डॉक्टर ने बताया कि कोविड-19 से सम्बन्धित इलाज का टीएमएच अस्पताल से बिल्कुल अलग व्यवस्था कि गई। उपायुक्त द्वार जिला प्रशासन की ओर से टाटा मेन अस्पताल प्रबन्धन के इस सहयोग के लिए आभार प्रकट किया गया और उन्हें हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। इस बाबत उपायुक्त ने सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिए। वहीं उपायुक्त द्वारा आज राष्ट्रीय धातु क्रम प्रयोगशाला का भी निरीक्षण कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच की संभावनाओं की दृष्टि से किया गया लेकिन निरीक्षण के दौरान एनएमएल के वैज्ञानिकों ने उपायुक्त को जानकारी दी की एन एम एल के प्रयोगशाला में कोरोना वायरस से सम्बंधित जांच संभव नहीं हो पाएगा। उपायुक्त ने एमजीएम कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को ज्यादा से ज्यादा जांच करने का निर्देश दिए।