UP विधानसभा में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली BJP के मंत्रियों का शपथ ग्रहण पूरा हो गया है.योगी ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। इसके बाद केशव मौर्य और बृजेश पाठक ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। फिर 50 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। कुल 52 सदस्यीय मंत्रिमंडल में 16 कैबिनेट, 14 स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्य मंत्री हैं। पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, मोहसिन रजा समेत पिछली सरकार के 20 मंत्रियों को इस सरकार में जगह नहीं मिली है। सीएम योगी आदित्यनाथ 37 साल बाद इतिहास रचकर एक बार फिर यूपी के मुख्यमंत्री बने हैं. योगी के मंत्रिमंडल में हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है. योगी कैबिनेट में एक मुस्लिम चेहरे को मंत्रीपद मिला है. कुल 52 मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली है, जिसमें 18 कैबिनेट, 14 राज्यमंत्री और 20 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और BJP के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बीजेपी दिग्गजों की मौजूदगी में सीएम योगी का शपथग्रहण सम्पन्न हुआ है. योगी सरकार में सहयोगी दलों के 2 मंत्री बने हैं, वहीं केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को डिप्टी सीएम की कुर्सी मिली है.
ब्रजेश पाठक लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. सुरेश कुमार खन्ना ने यूपी सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली है, वो 9 बार विधायक रह चुके हैं. खन्नी समाज से आने वाले सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर से हैं. उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. सूर्य प्रताप शाही ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है, वो पथरदेवा से हैं. कल्याण सरकार में भी वो मंत्री रहे हैं और भूमिहार समाज से आते हैं. स्वतंत्र देव सिंह पहली योगी सरकार में परिवहन मंत्री थे और 2019 से बीजेपी के अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. बेबी रानी मौर्य ने मंत्री पद की शपथ ली है, वो उत्तराखंड की राज्यपाल रही हैं. जाटव समाज से आती हैं और आगरा ग्रामीण से विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं.
चौधरी लक्ष्मी नारायण ने मंत्री पद की शपथ ली है, वो मथुरा की छाता सीट से चुनाव जीते हैं और पहली योगी सरकार में पशुधन मंत्री रह जुके हैं. जाट समाज से आते हैं और छाता सीट से 5 बार विधायक रहे हैं. वहीं जयवीर सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है, वो मैनपुरी से हैं. वो माया-मुलायम सरकार में मंत्री रहे हैं और राजपूत जाति के नेता हैं. आंवला बरेली सीट से विधायक धर्मपाल सिंह ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. वह कल्याण और राजनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं. योगी की पहली सरकार में भी वो मंत्री रहे हैं, वो लोथी समाज से आते हैं और 5 बार विधायक रह चुके हैं.
नंद गोपाल गुप्ता इलाहाबाद दक्षिण सीट से विधायक हैं और वैश्य समाज से आते हैं, उनकी पत्नी प्रयागराज से मेयर हैं. वह राज्य में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. वहीं भूपेंद्र चौधरी जाट बिरादरी से हैं, योगी की पहली सरकार में भी मंत्री रहे हैं. वो करीब 3 दशक से राजनीति में हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. शिवपुर वाराणसी से विधायक अनिल राजभर ने मंत्रीपद की शपथ ली है. वो राजभर समाज से आते हैं, उन्होंने ओपी राजभर के बेटे को चुनाव में हराया है. वो दूसरी बार विधायक बने हैं. बीजेपी एमएलसी जितिन प्रसाद ने मंत्री पद की शपथ ली है, वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे. केंद्र में भी वो राज्यमंत्री रह चुके हैं और ब्राह्मण समाज से आते हैं. वो योगी सरकार 1 में प्राविधिक शिक्षा मंत्री रहे हैं.
इसके अलावा भोगनीपुर कानपुर से विधायक राकेश सचान ने मंत्रीपद की शपथ ली है. वह 3 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. चुनाव से पहले वो बीजेपी में शामिल हुए थे और कुर्मी समाज से आते हैं. वहीं बीजेपी एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा पीएम मोदी के करीबी हैं, रिटायर्ड आईएएस अफसर रहे हैं और ब्राह्मण समाज से आते हैं. उन्होंने यूपी सरकार के मंत्री के रूप में शपथ ली है.
इसके साथ ही योगेंद्र उपाध्याय आगरा दक्षिण से विधायक हैं, लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं, बाह्मण समाज से आते हैं. 2012 में पहली बार विधायक बने, रियल एस्टेट के कारोबारी हैं. आशीष पटेल एमएलसी हैं, उन्होंने मंत्रीपद की शपथ ली है और वो अपना दल एस के अध्यक्ष हैं और करीब 2 दशक से राजनीति में हैं, वो कुर्मी समाज से आते हैं. निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने मंत्रीपद की शपथ ली है, वो 6 बार विधायक रहे हैं. बेटे प्रवीण निषाद बीजेपी के सांसद हैं. वो यूपी विधान परिषद के सदस्य है. नितिन अग्रवाल हरदोई से हैं, वो वैश्य समाज से आते हैं. योगी-1 में मंत्री रह चुके हैं.