▪️चक्रवात तूफान ‘यास’ के 26 मई को दोपहर 1.00 बजे पूर्वी सिंहभूम ज़िला से टकराने की संभावना। शहरी क्षेत्र में लगभग एक से डेढ़ घंटे और बाद आने के आसार
▪️जिला उपायुक्त ने 26 मई को सुबह 10 बजे से पहले तूफान से ज्यादा प्रभावित होने वाले सम्भाव्य क्षेत्र के लोगों को शेल्टर हाउस शिफ्ट करने के दिये निर्देश
▪️आकस्मिक स्थिति में जिलेवासी जिला नियंत्रण कक्ष, बिजली विभाग व सभी प्रखंड तथा नगर निकाय में स्थापित कंट्रोल रूम में अवश्य सम्पर्क करें- जिला उपायुक्त
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जिला उपायुक्त सूरज कुमार ने चक्रवात तूफान ‘यास’ के 26 मई के पूर्वहन में पूर्वी सिंहभूम जिले से टकराने की संभावना को लेकर जिले वासियों से सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की अपिल की है। उन्होंने समस्त जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि आंधी-बारिश के दौरान अपने घरों में रहे, दीवार और पेड़ के नीचे नहीं खड़े हों, जिनका कच्चा मकान है वे नजदीक के किसी सरकारी भवन, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक भवन, पंचायत भवन में शिफ्ट हो जाएं । तूफान के साथ भारी बारिश एवं आकाशीय बिजली गिरने की संभावनाओं के मद्देनजर जंगल, खेत, तालाब, नदी में नहीं जाने की अपील की है। साथ ही ज्यादा प्रभावित(तटीय/नदी किनारे) होने वाले सम्भाव्य स्थानों के लोगों को 26 मई सुबह 10 बजे से पहले शेल्टर हाउस शिफ्ट करने के निर्देश सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों को दिया गया है। जिला उपायुक्त द्वारा जिलेवासियों से आकस्मिक स्थिति में सूचनाओं के सम्प्रेषण के लिए कंट्रोल रूम के फोन नम्बर पर सम्पर्क स्थापित करने का आग्रह किया गया है। चक्रवात तूफान यास के 26 मई को दोपहर 1.00 बजे पूर्वी सिंहभूम ज़िला से टकराने की संभावना है वहीं शहरी क्षेत्र में लगभग एक से डेढ़ घंटे और बाद इसके प्रभाव दिखने के आसार हैं।
▪️तूफ़ान आने से पहले ये उपाय करें
– फवाहों पर ध्यान नहीं दें, शांतचित एवं धैर्य बनाये रखें।
– भारी व लोहे जैसे सामान को खुले में न छोड़ें।
– रेडियो, टीवी के जरिए मौसम विभाग की चेतावनी और नई सूचनाओं पर नजर रखें।
– तूफ़ान की सूचना है और यात्रा कर रहे हैं, कार में हैं तो कहीं रुक जाएं, सफ़र न करें।
– दो-तीन दिन के लिए खाने का सामान स्टॉक करके रख लें।
– ज़रूरत के लिए पानी का भी स्टॉक कर लें। पीने का पानी पर्याप्त है कि नहीं देख लें।
– इमरजेंसी के लिए मेडिकल किट रख लें।
▪️तूफ़ान आए तो ये करें
– तूफ़ान ने अगर दस्तक दे दी है तो कितना भी ज़रूरी काम हो, घर से बाहर न निकलें।
– तूफ़ान आए तो घर को पूरी तरह से बंद कर लें।
– घर की बिजली बंद रखें। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस न खोलें। ये आसमानी बिजली को आकर्षित कर सकते हैं।
– लैंड लाइन टेलीफ़ोन का इस्तेमाल नहीं करें, मोबाइल सुरक्षित हैं।
– पाइपलाइन और वो पाइप न छुएं जिनमें बिजली दौड़ती हो।
– पाइप से आने वाले पानी का इस्तेमाल न करें। रखा हुआ पानी ही इस्तेमाल करें।
– ठहरे हुए पानी से ही नहाएं। शावर से न नहाएं, बिजली इसके जरिए भी पहुंच सकती है, करंट आ सकता है।
– लोहे (टीन) और मेटल शीट से दूर रहें। दरवाजों, खिड़कियों से दूर रहें।
– इलेक्ट्रिक सामान से दूर रहें, मोबाइल भी चार्ज न करें। ये काम पहले ही कर लें।
– पेड़ के नीचे या उसके पास खड़े न हों। पेड़ तेज़ हवा में गिर कर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
– कार में हवा के बीच फंस गए हैं तो कार से बाहर न निकलें, हवा हल्की होने का इंतज़ार करें।
– तून आने पर तुरंत ही स्विमिंग पूल, झील, नदी से बाहर आ जाएं।