सन्यास नहीं लेंगे, पूरे झारखंड प्रदेश में अलग संगठन खड़ा करेंगे : चंपाई सोरेन

दिल्ली से लौटने के बाद जिलिंगगोड़ा में उमड़ा समर्थकों का जन सैलाब, कहा आज से मेरा नया अध्याय शुरू,

पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के दिल्ली से लौटने के बाद सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हारिया प्रखंड स्थित उनके पैतृक गांव जिलिंगगोड़ा में रात से ही समर्थकों का जुटने का सिलसिला रहा। वुधवार को सुबह हजारों समर्थकों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने समर्थकों से मुलाकात की और नई पारी की शुरुआत के लिए सबका सहयोग माँगा। समर्थकों ने भी चंपाई सोरेन को अपना पूर्ण समर्थन देने का वादा किया। कोई चंपाई को गरीबों का हमदर्द तो कोई उन्हें भगवान बता रहा था। समर्थकों ने चंपाई के फैसले के साथ डटकर खड़े रहने की बात कही। चंपाई के समर्थन में समर्थकों ने खूब नारे लगाए। दादा आप आगे बढ़ेें हम आपके साथ हैं। कार्यकर्ताओं में पूर्व सीएम को अपमानित करने के प्रति रोष भी दिखा। समर्थकों ने कहा वे चंपाई सोरेन के अल्प कार्यकाल में किए गए जन कल्याणकारी कार्यों से काफी खुश थे। मुख्यमंत्री बहन बेटी माई कुई योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना करने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर क्रेडिट लेने का आरोप लगाया। समर्थकों में वैसे तो चंपाई को गद्दी से उतारने पर पहले से ही नाराजग थी, लेकिन जब पूर्व सीएम चंपाई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर खुद के साथ हुए अपमान की घटना को लेकर पोस्ट किया तो समर्थकों को और ज्यादा भावनात्मक रूप से चंपाई से जुडऩे का अवसर दिया।

समर्थकों से मिलने का सिलसिला रहेगा जारी

दिल्ली से लौटने के बाद पूर्व सीएम चंपाई सोरेन सुबह दोपहर तक अपने आवास जिलिंगगोड़ा व माहुलडीह में कार्यकर्त्ताओं से मिले। दूसरे पहर में पोटका विधानसभा क्षेत्र के हाता गए। वहां इपीरियल रिजॉर्ट में मीडिया से को अपना आधिकारिक बयान दिया और अपनी नए अध्याय की शुरुआत करने की जानकारी दी। आज सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के राजनगर दौरे पर आएंगे।

चंपाई सोरेन का बयान……….

कोल्हान की धरती से संगठन खड़ा करना और पूरे प्रदेश में मजबूत करने का ऐलान,

चंपाई ने झामुमो में वापसी के रास्ते को पुरी तरह बंद करते हुए कोल्हान की धरती से पूरे जोश व खरोस के साथ नए संगठन खड़ा करने का ऐलान किया। कहा कि मेरा नया अध्याय शुरु हो रहा है। क्षेत्र के नए पुराने साथियों को जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं और आगे जनता के बीच रहकर काम करने का सोचा है। इसमें कोई साथी मिले तो उनके साथ चलूँगा। मेरी नए अध्याय की शुरुआत से क्षेत्र की जनता काफी खुश है। हमको सबका सहयोगऔर प्यार मिल रहा है। बहुत अच्छा लग रहा है। अब मैं राजनीति से सन्यास नहीं लूंगा और सक्रिय राजनीति करते हुए राज्य की गरीब गुरबों के कल्याण के लिए काम करता रहूँगा। पूरा झारखंड प्रदेश में संगठन को मजबूत करेंगे।
चंपाई की इस घोषणा से भाजपा में शामिल होने के कयासों पर अब विराम लग गया है। हालांकि उन्होंने अभी तक नहीं बताया है कि उनकी पार्टी का क्या नाम होगा। ऑफ़ द रिकॉर्ड बातें करते हुए उन्होंने इशारों इशारों में यह स्पष्ट जरूर किया कि राजनीति में कोई सगा दोस्त या दुश्मन नहीं होता। भाजपा के साथ पहले भी हमलोगों ने सरकार बनाई। मेरा किसी से कोई व्यक्तिगत आरोप प्रत्यारोप नहीं रहा है। नहीं मैंने किसी के बारे में कभी कोई आपत्तिजनक टिप्पणी कभी की है। राजनीति संभावनाओं का खेल है। हालांकि मंत्री चंपाई ने भाजपा को लेकर ऑ? दा रिकॉर्ड अपनी लचीलापन जरूर दिखया, लेकिन भाजपा में जाने वाली खबरों को केवल अपवाह बताया है। वह अपनी ने अध्याय की बात करते रहे।

झामुमो आलाकमान से कोई बातचीत नहीं

चंपाई सोरेन ने सवाल पूछे जाने पर बताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा आलाकमान शिबू सोरेन या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से कोई संदेश प्राप्त नहीं हुआ है। ना ही उनसे किसी प्रकार की बातचीत हुई है। इससे लगता है कि चंपाई ने झामुमो में वापस लौटने की अपनी संभावनाओं को पूरी तरह खत्म कर दिया है।

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