जमशेदपुर पुलिस अभी धनबाद में गिरफ्तार कदमा हत्याकांड के आरोपी दीपक को लेकर शहर आने के लिये धनबाद से रवाना हो गयी। प्रारंभिक पूछताछ में दीपक ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण उसकी मानसिक दशा बिगड़ गयी थी। पहले वह केवल अपने दोस्त को ही मारना चाहता था क्योंकि उसी के चलते उसके बहुत पैसे डूब गये। गाडिय़ों में उसे नुकसान करा दिया। जमशेदपुर से वह राउरकेला भागा था।
कल रात वह बरटांड़ धनबाद स्थित सूर्यबिहार कालोनी स्थित सूर्य बिहार होटल में चालक की आईडी पर कमरा लेकर ठहरा। आज उसने पुलिस लाइन स्थित एचडीएफसी बैंक में डेढ लाख रुपये पहले जमा कराये। फिर बाद में वह पैसा डालने गया था तभी उसकी गिरफ्तारी हो गयी। उसके पास से लगभग1.09 लाख रुपये नकद बरामद हुए। जमशेदपुर के दो प्रशिक्षु दारोगा हर्षवर्धन सिंह और नितेश ठाकुर उसे लेकर चले हैं।
दीपक एचडीएफसी बैंक में अपने भाई मृत्युंजय साहू के अकाउंट में पहले डेढ लाख रुपये जमा करने गया।
डेढ लाख जमा करने केे बाद वह फिर से 95 हजार जमा करने जा रहा था। जमशेदपुर पुलिस को उसकी भनक लग गयी। इसके बाद एसएसपी डा एम तमिल वाणन ने धनबाद एसएसपी को इसकी जानकारी दी। तब धनबाद पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार किया। दीपक ने बताया कि हत्या करने के बाद वह कंपनी के फायर ब्रिगेड वाली वर्दी को पहन कर बुलेट से भागा। बाद में बुलेट उसने एक सुनसान स्थल पर खड़ा कर भाड़े की कार ले ली। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उसने पत्नी के सभी जेवरात कदमा बाजार स्थित एक ज्वेलरी शॉप में 4.50 लाख में बेच दिया था। दुकानदार ने दीपक को तीन लाख रुपये कैश दिये थे। दीपक ने शेष डेढ लाख रुपये अपने भाई के अकाउंट में जमा करने को कहा था। जमशेदपुर पुलिस अलग अलग जगहो पर उसकी गिरफ्तारी के लिये छापामारी कर रही थी। वहखगडिय़ा का मूल निवासी बताया गया है।