NEW DELHI मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है। बीते दो दिनों से कम रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने गुरुवार को अपनी गति बढ़ा दी। जिससे दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री के गिरने का अनुमान लगाया जाने लगा है। अनुमान के मुताबिक गुरुवार को पूरे दिन औसतन 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। जबकि रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज हो सकती है। हालांकि मौसम विभाग का आंकलन है कि इस सप्ताह भी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के हिस्सों में सुबह शाम के वक्त कोहरा बना रहेगा। वहीं पश्चिमी हिमालय रीजन में बने वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर खत्म हो चुका है। इस वजह से पहाड़ों पर बर्फबारी और तेज बारिश की फिलहाल कोई परिस्थितियां नहीं बन रहीं हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक जनवरी के आखिरी सप्ताह से उत्तर पश्चिमी हिमालयन रीजन में पश्चिमी विक्षोभ का असर बना हुआ था। इसके चलते न सिर्फ पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हुई, बल्कि मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश भी होती रही। मौसम के बदले हुए इन तेवरों के चलते पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी इलाकों में भी तापमान कम हो गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने, तो महज दस दिनों के भीतर लगातार तीन बार पश्चिमी विक्षोभ ने अपना असर दिखाया, जो कि अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है। विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक फिलहाल हाल फिलहाल वेस्टर्न डिस्टरबेंस की कोई संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं। हालांकि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तेज हवाओं के चलने का लगातार संभावनाएं जरूर बनती जा रही हैं।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक मंगलवार बुधवार को भी 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं, जिसके चलते रातों के तापमान में गिरावट दर्ज हुई। हालांकि गुरुवार की सुबह एक बार फिर मौसम ने करवट बदली और तेज हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू किया। वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने का अनुमान लगाया जा रहा है। गुरुवार की सुबह तो दिल्ली एनसीआर समेत पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तकरीबन 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलनी शुरू हुईं। इसी वजह से दिन के तापमान में भी कुछ कमी का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले सात दिनों के भीतर उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश का पूर्वी और पश्चिमी इलाकों समेत मध्य हिस्सा शामिल है। मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव कहते हैं कि जिस तरीके की परिस्थितियां बन रही हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले सात दिनों के भीतर उत्तर भारत के हिस्से में कोहरे का भी असर बना रहेगा। यह कोहरा बहुत घना भी नहीं होगा और बहुत ज्यादा देर के लिए भी नहीं होगा। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ समेत दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में सुबह और शाम के वक्त कोहरा पड़ सकता है।
फिलहाल चलने वालीं तेज हवाओं के कारण दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में प्रदूषण की चादर भी छट गई है। पर्यावरण विशेषज्ञ नितिन ढुल कहते हैं हैं कि कुछ दिनों में हुई बारिश और उसके बाद चलने वाली तेज हवाओं से दिल्ली और आसपास के आसमान की रंगत साफ हुई। वह कहते हैं कि जिस तरीके की परिस्थितियों इस वक्त बनी हुई हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि फिलहाल कम तापमान वाले दिन अब बढ़ते हुए तापमान में तब्दील होने लगेंगे। मौसम विभाग के मुताबिक इस वक्त भी रातों का तापमान सामान्य की तुलना में एक से तीन डिग्री अधिक है।