सैयद वसीम रिजवी की हिंदू धर्म में वापसी

लखनऊ 6 दिसंबर उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी का हिंदू धर्म में वापसी का विश्व हिंदू परिषद ने गर्मजोशी से स्वागत किया है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने तो दूसरे लोगों से भी आह्वान करते हुए कहा कि जिनके पूर्वज हिंदू हैं वे स्वधर्म में लौट आएं। साथ ही हिंदू समाज से भी आग्रह किया कि वैसे लोगों का बाहें फैलाकर स्वागत करें। वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि हिंदू समाज में वसीम रिजवी का हार्दिक अभिनंदन है। वे जानकार व्यक्ति हैं। भारतीय संस्कृति का अध्ययन करने के बाद ही हिंदू धर्म में वापसी का निर्णय लिया है। विहिप के झारखंड बिहार के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू ने कहा कि दूसरे लोगों को भी उनसे प्रेरणा लेते हुए विचार करना चाहिए कि अपने मिट्टी का जो धर्म है उसी में रहने से उनका अच्छा होगा।
राम मंदिर में उनका स्वागत है:
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में प्रवेश के सवाल पर कामेश्वर चौपाल ने कहा कि राममंदिर में रिजवी का स्वागत है। राम तो सबके हैं और सबमे राम हैं। कण-कण में भगवान राम हैं।
सुस्वागतम हरबीर नारायण सिंह त्यागी: बंसल
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, सुस्वागतम हरविर नारायण सिंह। अधर्म को धर्म धारण करने में ही समझदारी है। दुनिया गोल है। जहां से चले वहां पर पहुंच जाना ही प्रकृति की नियति है। स्वधर्म में आपका मान और सम्मान है। आपने इस्लाम को सैनेटाइज करने के लिए धरातल, पब्लिक मीडिया और न्याय तंत्र के माध्यम से अनेक सार्थक प्रयास किए। आपका वहां स्वागत और सम्मान होना चाहिए, परंतु हीरे का मूल्य जौहरी के अलावा कौन जानता है। सैयद रिजवी ने अपना नाम बदलकर हरबीर नारायण सिंह त्यागी रख लिया है।
सैयद रिजवी के कार्य से औरों को प्रेरणा मिलेगी : डा. सुमन

हिंदू जागरण मंच के उत्तर पूर्व (झारखंड-बिहार) क्षेत्र संगठन मंत्री डा. सुमन कुमार जो स्वयं कभी पादरी थे, आज आरएसएस के प्रचारक हैं ने सैयद वसीम रिजवी के कार्यों की सराहना की है। कहा, उन्होंने सराहनीय कार्य किया है। सनातनी पक्ष को समझने के बाद मूल धर्म में वापस लौटा है। उन्होंने अपनी पूजा पद्धति को बदला है। उनके इस कार्य से दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी। बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो घर वापसी तो करना चाहते हैं परंतु हिम्मत नहीं कर पाते हैं। वैसे लोगों को हिम्मत मिलेगी। सुमन कुमार ने कहा कि हिंदू समाज को आगे बढकर वैसे लोगों को स्वीकारना चाहिए। रोटी और बेटी के संबंध को मजबूत करना चाहिए। जाने अनजाने में जिन्होंने धर्म बदल लिया है उन्हें वापस लाने का प्रयास करना चाहिए।

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