जमशेदपुर 25 दिसंबर गीता सत्संग समिति, विजया ग्रीन अर्थ,डिमना रोड के तत्वावाधान में आज कालोनी के विवेकानंद सभागार में गीता जयंती का आयोजन किया गया। समिति के संस्थापक सदस्य एस एन झा, ज्ञानशंकर सिंह, देवकृष्ण सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, जवाहरलाल सिंह, संजीव रंजन, राघवेंद्र राव और कामाख्या नारायण प्रसाद के साथ सौ से अधिक 100 महिला पुरुषों ने सामूहिक संपूर्ण गीता पाठ किया। समिति द्वारा इस वर्ष पहली बार गीता जयंती मनाई गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शहर के प्रख्यात साहित्यकार,लेखक अनिरुद्ध त्रिपाठी अशेष, पंचानन सिंह तोमर, एस एन झा, चमकता आईना के संपादक जयप्रकाश राय और ए के दास ने दीप प्रज्वलित कर सम्पूर्ण गीता पाठ प्रारम्भ किया गया।
सामूहिक गीता पाठ के समापन के बाद शहर के प्रख्यात साहित्यकार अनिरुद्ध त्रिपाठी अशेष ने गीता पर संक्षिप्त मगर अत्यंत प्रभावी विचार रखे। उन्होंने कहा कि आजकल कर्मकांड की तरह जयंतियां मनाई जाती हैं। पीतर नाराज न हों इसकेलिये तर्पण कियाजाता है, उसी तरह जयंतियां मनाई जाती हैं। श्री अशेष ने कहा कि गीता को समझना ही कृष्ण को समझना होगा। गीता जीवन का सार है। गीता बताया है कि महात्मा होना लक्ष्य नहीं है। भीष्म पितामह भी महात्मा थे लेकिन वे किसके लिये लड़ रहे थे। गुरु द्रोणाचार्य,कृपाचार्य, सभी महात्मा थे लेकिन वे धर्म के खिलाफ लड़े। कृष्ण ने अर्जुन को जीवन का लक्ष्य समझाया। श्री त्रिपाठी के ओजपुर्ण विचारों का कालोनी वासियों ने लाभ उठाया।