जमशेदपुर, 25 फरवरी (संवाददाता): चर्चित वर्षा पटेल हत्याकांड में अदालत ने आरोपी एएसआई धर्मेन्द्र कुमार ङ्क्षसह को शनिवार को दोषी करार दिया हैं. अदालत ने सजा के ङ्क्षबदु पर 28 फरवरी को सुनवाई करेगी. इस मामले सुनवाई प्रधान न्यायाधीश सह जिला जज अनिल कुमार मिश्रा की अदालत कर रही हैं. मामले में अभियोजन की ओर से कुल 9 गवाही अदालत के समक्ष कराई गई हैं. अदालत ने आरोपी धर्मेन्द्र को भादवि की धारा 302 और 201 के तहत दोषी पाया हैं प्रेम प्रसंग में हत्या हुई थी वर्षा पटेल 12 नवंबर 2021 से ही लापता थी. उस दिन उसकी बहन घर पर आयी थी. तब वहां के लोगों ने कहा था कि वर्षा 12 नवंबर को धर्मेंद्र की बाइक पर सवार होकर कहीं गयी है, तब से नहीं लौटी है. 14 नवंबर को भी वह घर नहीं लौटी तब एएसआई धर्मेंद्र को फोन किया. उसने कहा था कि वह जहां भी होगी आ जायेगी. एक सप्ताह के बाद 18 नवंबर को की सुबह टेल्को थाना क्षेत्र के तार कंपनी तालाब से वर्षा का शव बरामद हुआ था. शव से दुर्गन्ध आ रही थी. जया ने ही शव की पहचान की वर्षा पटेल के रूप मे की थी. शव एक निला रंग की प्लास्टिक का बोरा में लपेटा हुआ था. गले में सोने की चेन थी और पीले रंग का शूट पहनी हुई थी. वहां पर पुलिस ने मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनाया था जिसपर जया ने अपना हस्ताक्षर भी किया था. शव देखकर जया ने कहा था कि मेरी बहन की हत्या एएसआई धर्मेंद्र ङ्क्षसह ने ही की है. और साक्ष्य छूपाने की नीयत से तलाव में फेंक दिया था.