अमेरिका अभी ठंड की मार झेल रहा है. वहां के हालात ठंड के कारण काफी नाजुक हैं. 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. वर्तमान की बात करें तो अमेरिका में तापमान -45डिग्री तक चला गया है. सर्दियों के कारण लाखों लोगों की जिंदगी ठप हो गई है. बर्फीले तूफान ने क्रिसमस के जश्न की सभी प्लानिंग खराब कर के रख दी है. मजबूरी में लोग अपने घरों के अंदर कैद होने को मजबूर हैं. इस ठंड के कारण अमेरिका में एक इंसान की जान बर्फ में जम जाने के कारण चली गई है.
ठंड का आलम यह है कि अगर आदमी खुली हवा के संपर्क में आए तो ठंड से उसकी स्किन डेड हो सकती है. आइए जानते हैं कि कितने डिग्री तक हमारा शरीर ठंड बर्दास्त कर सकता है.
कितने डिग्री तक शरीर तापमान को सह सकता है
आमतौर पर एक इंसान 140-डिग्री-फ़ारेनहाइट (60-डिग्री-सेल्सियस) पर 10 मिनट के अंदर हाइपरथर्मिया से पीड़ित हो जाता है. ठंड से मौत का परिसीमन करना मुश्किल काम है. एक इंसान की मौत आमतौर पर 70 डिग्री फेरनहाइट (21 डिग्री सेल्सियस) पर हो जाता है, लेकिन ऐसा होने में कितना समय लगता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह इंसान ठंड को बर्दास्त कैसे करता है और हाइबरनेशन का रहस्य क्या है. अभी तक इस बात पर चर्चा होते रहती है.
न्यूयॉर्क में सबसे ज्यादा मौत
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अमेरिका के पश्चिमी राज्य मोंटाना में न्यूनतम तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. नेशनल वेदर सर्विस का कहना है कि डेस मोइनेस, आयोवा में तापमान -37°F (-38°C) रहा, जो 5 मिनट से भी कम समय में फ्रॉस्टबाइट पैदा कर सकता है. आसान शब्दों में कहें तो अगर इस स्थिति में आदमी खुली हवा के संपर्क में आए तो ठंड से उसकी स्किन डेड हो सकती है. इस आपदा में अभी तक करीब 48 लोगों की मौत की भी खबर है. सबसे ज्यादा 27 मौत न्यूयॉर्क में हुई है.