यूक्रेन में फंसी यूपी की ग्राम प्रधान चर्चा में, जानिए क्या है वजह

रूस से लड़ाई के बीच यूक्रेन में फंसी एक ऐसी छात्रा का वीडियो सामने आया है जो उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में प्रधान है छात्रा में यूक्रेन में रहकर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है वीडियो सामने आने के बाद हरदोई प्रशासन ने प्रधान के खातों की जांच के आदेश दिए साथ ही पूरे मामले की छानबीन की जा रही है के प्रधान रहते छात्रा बाहर कैसे चली गई दरअसल यूक्रेन रूस युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ इसमें यूक्रेन में फंसी एक छात्रा भारतीय दूतावास की मदद की गुहार लगा रही थी बाद में पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की है और मौजूदा प्रधान भी है किक्रेट में वह करवा डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है उसका नाम वैशाली है वैशाली पंचायत चुनाव में काम आई थी और ग्राम प्रधान का चुनाव लड़कर जीता भी था उसके पिता पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव हैं जो समाजवादी पार्टी के नेता भी हैं हरदोई जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि वैशाली जिला के सांडी ब्लाक के 13 पूर्व से ली गांव की प्रधान है इस चुनाव में वह प्रधान चुनी गई थी उसके पिताजी कामकाज देखते हैं हरदोई की सीडीओ आकांक्षा राणा के अनुसार वैशाली धाम की छात्रा एमबीबीएस की पढ़ाई कर दी गई थी वह तेरापुरशैली गांव की प्रधान भी है वैशाली पिछले साल यूपी में पंचायत चुनाव के समय गांव आई थी हरदोई के सीडीओ आकांक्षा राणा ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है कि आखिर प्रधान रहते कैसे वह चली गई और उसके खातों का संचालन किया जा रहा है, वह किसके द्वारा किया जा रहा है फिलहाल प्रधान के खाते को सीज कर दिया गया है.
वैशाली के पिता महेंद्र सिंह ने बताया कि जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने वाला था, तब बेटी से बात हुई थी। उस समय उसने 23 फरवरी को वापस आने के लिए फ्लाइट की टिकट बुक कर रखी थी। लेकिन इसी बीच युद्ध शुरू हो गया। इस वजह से यूक्रेन से सभी उड़ानें रद्द हो गईं और वो विदेश में ही फंस गई।
अपने गांव की प्रधान हैं वैशाली यादव
वैशाली यादव, हरदोई जिले के साण्डी ब्लॉक के तेरा पुरसौली गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह यादव की बेटी हैं। जो पिछले तीन साल से यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं। वैशाली यादव बीते साल यूपी में हुए प्रधानी के चुनाव के वक्त अपने गांव में आई थीं और चुनाव लड़ा था। चुनाव जीत कर वैशाली यादव गांव की प्रधान बन गईं और फिर वापस पढ़ाई करने यूक्रेन चली गईं।

प्रधान बनने के बाद वैशाली के गांव छोड़कर विदेश जाने से नाराज गांव वाले
अरवल थाना क्षेत्र के तेरा पुरसौली गांव निवासी वैशाली यादव ने गांव में महिला सीट होने की वजह से प्रधानी का चुनाव लड़ा था। प्रधान बनने के बाद वैशाली ने गांव में कुछ महीने बिताए और फिर वापस यूक्रेन चली गई। लेकिन गांव में वैशाली यादव के यूक्रेन जाने की बात परिवार के लोगों को छोड़कर किसी को नहीं थी। जब रूस और यूक्रेन में युद्ध शुरू हुआ तो वैशाली के विदेश में होने की बात गांव के सभी लोगों को पता चल गई। इससे गांव वाले खुद को ठगा सा महसूस करने लगे क्योंकि उन्होंने जिस भरोसे से वैशाली को वोट देकर गांव का ‘मुखिया’ बनाया, वो भरोसा अब टूट गया है।

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