उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का सिकंदरपुर बाजार।अंतिम चरण के मतदान के बाद हर ओर एग्जिट पोल की चर्चा। लोगों ने कहा कि कल तक सपा के लोग जो बड़े-बड़े दावे कर रहे थे आज भी कहीं नजर नहीं आ रहे। कहीं न कहीं उन्हें भी इस हार का अंदेशा हो गया है ।समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कल जिस तरह चुनाव परिणाम में गड़बड़ियों की आशंका जताई है और अपने कार्यकर्ताओं को जी जान से ईवीम की रक्षा में जुटे रहने को कहा है वह कार्यकर्ताओं को उत्साहित नहीं कर पा रहा । वे इसे अपने नेता की हताशा मान रहे हैं।
अंतिम चरण का मतदान संपन्न होने के बाद उत्तर प्रदेश आने का अवसर मिला । तब तक एग्जिट पोल की हर और चर्चा में आ गई थी ।उत्तर प्रदेश में के परिणाम पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर की संभावना जताई जा रही थी लेकिन एग्जिट पोल ने एकतरफा जीत भाजपा को दिया है। 10 मार्च का सभी को इंतजार है। संभावनाएं परिणाम में कितना परिणत होती है ,यह पता चल जाएगा लेकिन यहां यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर भाजपा को इतनी अधिक सीटे कैसे मिल रही है ।पूरे चुनाव अभियान के दौरान ऐसा कोई माहौल सतह पर किसी को नहीं दिख रहा था बातचीत में लोगों ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि अंडरकरेंट भाजपा के पक्ष में चल रहा था ।खासकर महिलाओं ने एकमुश्त भाजपा को वोट दिया है। इसमें लाभार्थियों की संख्या बड़ी है इस तरह पिछले 2 साल से यहां हर गरीब के घर को मुफ्त में राशन मुहैया कराया गया है ।यहां तक की महीना में 1 लीटर रिफाइंन तेल भी उसके तहत दिया जा रहा है ।इसका लाभ जाति धर्म से सभी को मिल रहा है लोगों ने बताया कि पति भले सपा या किसी दूसरी पार्टी के पक्ष में माहौल बनाता रहा या वोट दिया लेकिन उस घर की महिलाओं ने भाजपा का साथ दिया ।देश में पहला चुनाव है जहां कानून व्यवस्था को लेकर इतना कुछ कहा सुना गया। इसका जुड़ाव भी सीधे-सीधे महिलाओं से ही रहा है। भाजपा को इसका भी फायदा मिलता दिख रहा है ।
यह सही है कि देश में कई बार एग्जिट पोल और वास्तविक परिणाम बिल्कुल अलग हो जाते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में क्या होगा दिल थाम ले यह जानने को उत्सुक है।
अंतिम चरण के मतदान के दौरान मऊ जिले की धोसी विधानसभा सीट पर भी सबकी नजर थी ।बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी यहां मैदान में थे ।उनका एक बयान मतदान के ठीक पूर्व वायरल हुआ जिसमें उन्हें यह कहते सुना गया कि मैंने कह दिया है कि जो अधिकारी अभी हैं उन्हें 6 महीने तक नहीं बदला जाए ।इन 6 महीनों में उनका हिसाब किया जाएगा ।उनका यह बयान आम जनों को कितना प्रभावित कर पाया यह तो नहीं पता लेकिन पुलिस प्रशासन वर्ग में उनके इस बयान को लेकर काफी नाराजगी रही। पुलिस प्रशासन की सख्ती भी उनके विधानसभा क्षेत्र में साफ नजर आई। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है ।लोगों का कहना है कि अगर परिणाम एग्जिट पोल के अनुकूल रहे तो पुलिस वाले उन्हें छठी का दूध याद दिला देंगे ।जो उनके पिता के साथ हुआ वैसा बेटे के साथ भी होगा ।वह अपना चुनाव यदि जीत भी लें तो भाजपा की सरकार बनने की सूरत में उनकी खैर नहीं रहेगी। उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो राजनीतिक रूप से काफी परिपक्व माना जाता है। 1985 के बाद आज तक यहां कभी भी कोई सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आई है भाजपा क्या ऐसा कर पाएगी यह देखना है ।कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करिश्मा भी लोगों के सर चढ़कर बोला है ।अंतिम चरण के मतदान में सपा को अच्छी संभावना थी ।पूर्वांचल में उसका खासा प्रभाव रहा है।लेकिन कहीं न कहीं सपा शासन का खौफ लोगो को डरता रहा। सपा के शासन की संभावना के बीच यादवों के तेवर बदले बदले नजर आने लगे थे।यह भी सपा के लिए उल्टा पड़ गया। गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ का मैदान में उतरना और अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लगातार तीन दिन वाराणसी में प्रवास ऐसा लगता है कि भाजपा के लिए काम कर गया फिर भी लोग दिल थामे हैं और 10 मार्च का इंतजार हो रहा है।