दुबई
फैन्स ने 2020/21 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अब तक बेस्ट टेस्ट सीरीज माना है। टीम इंडिया ने यह सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। वहीं, 1999 की इंडिया-पाकिस्तान टेस्ट सीरीज दूसरे नंबर पर रही। ICC ने महीने भर पहले सोशल मीडिया पर इस कॉम्पिटनशिन की शुरुआत की थी। इसका नाम रखा ”अल्टीमेट टेस्ट सीरीज”। ICC ने इसमें टेस्ट इतिहास के अब तक के कुछ चुनिंदा टेस्ट सीरीज में से राउंड वाइज वोटिंग प्रक्रिया शुरू करवाई थी।
ICC ने मंगलवार को कहा- भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले हम अल्टीमेट टेस्ट सीरीज का पता करना चाहते थे। 15 हेड टू हेड और 70 लाख से ज्यादा वोट के बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज को विनर बनाया जाता है।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में हराया
पहला टेस्ट, एडिलेड (डे-नाइट)
टीम इंडिया के लिए यह सीरीज किसी फिल्म की स्क्रिप्ट की तरह रहा। एडिलेड में हुए पहले टेस्ट में भारतीय टीम पूरी तरह विफल रही थी। भारत को दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने 36 रन पर ऑलआउट कर दिया था, जो कि टेस्ट में एक पारी में टीम का सबसे कम स्कोर भी है। इसके बाद कंगारुओं ने यह मैच 8 विकेट से अपने नाम किया था।
दूसरा टेस्ट, मेलबर्न
भारतीय टीम ने पिछली हार को भुलाते हुए इस मैच में शानदार वापसी की। पहले ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 195 रन पर ऑलआउट किया। फिर कप्तान अजिंक्य रहाणे की 112 रन की पारी की बदौलत भारत ने 326 रन बनाए। दूसरी पारी में भी ऑस्ट्रेलिया 200 रन पर आउट हुई। 70 रन के टारगेट को टीम इंडिया ने 8 विकेट रहते हासिल कर लिया।
तीसरा टेस्ट, सिडनी
इस मैच में ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी हीरो रहे। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 रन का स्कोर बनाया। इसके जवाब में टीम इंडिया 244 रन पर लुढक गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 312 रन पर डिक्लेयर कर दिया। 400 रन के टारगेट का पीछा करते हुए पंत ने 97 रन की पारी खेली। फिर अश्विन और विहारी ने साढ़े 3 घंटे बैटिंग कर मैच बचाया। यह मैच ड्रॉ रहा था।
ऑस्ट्रेलिया : 338, 312/6 डिक्लेयर
भारत : 244, 334/5
चौथा टेस्ट, ब्रिस्बेन
यह मैच गाबा में हो रहा था। एक ऐसा मैदान जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले 32 साल से नहीं हारी थी। भारत के लिए इस मैच के हीरो शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत रहे। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने भी 336 रन का टोटल दिया। दूसरी पारी में कंगारू टीम 294 रन पर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा 328 रन का टारगेट चेज करते हुए भारत ने वनडे स्टाइल में बैटिंग की और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
शुभमन 146 बॉल पर 91 रन की पारी खेलकर आउट हुए। चोटिल होने के बावजूद पुजारा ने 211 बॉल में 56 रन बनाकर लंबे समय तक अपना विकेट बचाए रखा। पंत (89) आखिर तक डटे रहे। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
भारत-पाकिस्तान सीरीज, 1991
दोनों टीमों के बीच यह सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में पाकिस्तान ने भारत को 12 रन से हराया था। इस मैच में शाहिद अफरीदी पाकिस्तान टीम के हीरो रहे। उन्होंने 191 बॉल पर 141 रन की पारी खेली। वहीं, चौथी पारी में 271 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को पाक गेंदबाजों ने 258 रन पर समेट दिया। सकलेन मुश्ताक ने 5 विकेट लिए। जबकि, वसीम अकरम को 3 और वकार यूनुस को 2 विकेट मिला।
पाकिस्तान : 238, 286
भारत : 254, 258
दूसरा टेस्ट दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया था। भारत ने इस मैच को 212 रन से जीता था। यह वही मैच ही जिसमें अनिल कुंबले ने एक पारी में 10 विकेट चटकाए थे। भारत ने पहली पारी में 252 रन और पाकिस्तान ने 172 रन बनाए थे। दूसरी पारी में सदगोप्पन रमेश ने 96 रन और सौरव गांगुली ने 62 रन की पारी खेल टीम इंडिया को 339 रन के टोटल तक पहुंचाया। इसके जवाब में पाकिस्तान टीम 207 रन पर सिमट गई। कुंबले ने दूसरी पारी में पूरे 10 विकेट लिए।
भारत : 252, 339
पाकिस्तान : 172, 207