Jamshedpur,5 July: UCIL के CMD सी के असनानी को आज अपराह्न 2 बजे जमशेदपुर के माननीय न्यायिक दंडाधिकारी नरेंद्र कुमार की अदालत से जमानत मिल गयी. मुकदमा संख्या C-1/1725/2022 में उनके अलावा आरोपित दो अन्य अधिकारियों को पूर्व में ज़मानत मिल चुकी है. अदालत ने सभी अभियुक्तों को अगली दो तिथियों पर सशरीर उपस्थित होने का निर्देश दिया. उच्च न्यायालय में अग्रिम ज़मानत याचिका में उन्हें निचली अदालत में जाने का यह कहते हुए निर्देश दिया था कि वहाँ विचार किया जाएगा.
CMD के अदालत में आने को लेकर UCIL जादूगोड़ा से लेकर अदालत परिसर में काफी उत्सुकता रही.
शिकायतकर्ता के वकील हर्ष पांडे हैं जिन्होंने supplier विकास ड्रग्स का मामला जोरशोर से प्रस्तुत किया. विकास ड्रग्स ने UCIL के ऑर्डर पर दवाओं की सप्लाई की थी. उसका दावा है कि लगभग 8 लाख रुपयों के लंबित भुगतान पर प्रबंधन लगातार टाल मटोल कर रहा. अन्य दो आरोपित अधिकारी प्रवीण कुमार पॉल Controller तथा बी के चक्रवर्ती DGM हैं .सब आरोपियों पर IPS की दफा 420/406/34 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.
सार्वजानिक क्षेत्र की nuclear field में अग्रणी यूरेनियम कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के उच्च अधिकारी पर इस तरह का मुकदमा दायर होना चर्चा में है जो लगभग 8 लाख रुपयों के विवाद का हो.
UCIL का मुख्यालय जादूगोड़ा में हैं और CMD
अधिकतर मुंबई में रहते हैं. उनका समय बहुत कीमती होता है. मुकदमा के सिलसिले में मुंबई से एक बार आने पर ही उनके समय की कीमत और कंपनी पर उनके आने – जाने का व्यय भार अगर जोड़ कर देखा जाए तब इस विवादित राशि की मात्रा कहीं नहीं टिकती,जबकि अभी अगली दो तिथियों पर कोर्ट ने उनकी उपस्थिति अनिवार्य कर दी है. कंपनी को liasoning और managerial टीम के क्रियाकलापों की समीक्षा करनी चाहिए.