टीडब्ल्यूयू पहले ही बिखर गई चुनाव कमेटी, दो सदस्यों ने नहीं किए निर्वाचन क्षेत्र की सूची पर हस्ताक्षर

जमशेदपुर, 20 जनवरी (रिपोर्टर): टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव को लेकर एक ओर से जहां सतीश टीम से जीते चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह की खूब मनमानी चली तो दूसरी ओर अरविन्द टीम से जीते कमेटी सदस्य ए के सिंह मुखिया व पी के सिंह ने हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया तो दूसरी ओर एक महिला सदस्य से बहाना बना कर हस्ताक्षर करा लिया.
बुधवार को टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है. यूनियन के चुनाव पदाधिकारी संतोष ङ्क्षसह के साथ-साथ चुनाव समिति के छ: सदस्य का चुनाव हुआ था, जिसमें सतीश टीम से तीन व अरविन्द टीम से तीन कमेटी सदस्य चुने गए थे. चुनावी कार्यक्रम के तहत बुधवार को शाम 4 बजे तक निर्वाचन क्षेत्रों की सूची जारी हो जाना था, लेकिन शाम को 7 बजे तक इसकी सूची जारी नहीं की गयी. शाम 6 बजे से आपत्तियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन शाम 7 बजे तक सूची जारी नहीं हुई थी. बताया जाता है कि चुनाव समिति के दो सदस्य जो सत्ता पक्ष से चुनाव जीत कर आये थे, उन लोगों ने निर्वाचन क्षेत्रों की सूची में हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है. वे लोग चुनाव पदाधिकारी संतोष ङ्क्षसह की मनमानी का विरोध किया है. इस बीच शाम 6 बजे तक जब सूची जारी नहीं हुई तो यूनियन में मौजूद डिप्टी प्रेसिडेंट और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अरङ्क्षवद पांडेय, अरुण ङ्क्षसह और आरसी झा ने मिलकर आपत्ति जतायी. इन लोगों ने कहा कि तय कार्यक्रम के तहत चुनाव की घोषणा की गयी थी तो समय पर क्यों नहीं सूची जारी की गई. अगर ऐसा होगा तो कैसे कोई अपनी सीट पर आपत्ति जता सकेंगे. 13 हजार कर्मचारी है, एक हजार से ज्यादा लोग चुनाव में भाग लेते है, उनको अगर आपत्ति होगी तो कैसे समझेंगे, कैसे आपत्ति को जमा कर सकेंगे. इन लोगों ने समय में बदलाव की मांग की. इन लोगों ने एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा और कड़ी आपत्ति जताते हुए एक पत्र पर हस्ताक्षर भी करा लिया. चुनाव समिति के सदस्य ने उनको रिसीङ्क्षवग भी दे दिया, जिसमें लिखा था कि शाम 6 बजे तक निर्वाचन क्षेत्र का निर्धारण नहीं हो पाया है. इन लोगों ने चुनाव पदाधिकारी पर मनमानी करने का भी आरोप लगाया. इसको लेकर हंगामा के बाद चुनाव पदाधिकारी ने चुनाव क्षेत्र की घोषणा करने का आश्वासन दिया. शाम सात बजे निर्वाचन क्षेत्र की घोषणा के बाद कमेटी सदस्यों व चुनाव लडऩे की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों की यूनियन में भीड़ लग गई. देर रात तक यूनियन में निर्वाचन क्षेत्र को देखने के लिए कमेटी सदस्य व कर्मचारी पहुंचते गए.
—————–
कुर्सी पाने के लिए शैलेश के हाथों कठपुतली बन गए संजीव:नितेश राज
टाटा वर्कर्स यूनियन के असिस्टेंट सेक्रेट्री नितेश राज ने कहा कि सीट समझौता को लेकर संजीव चौधरी ने अपनी जमीर बेच दी. अपने ही समर्थक कमेटी सदस्यों की भावना के विरोध में जाकर सीटों का निर्धारण किया है. कमेटी मेंबरों के सहयोग से चुनाव पदाधिकारी जीत आने के बाद अपने निजी हित और अपने कुर्सी को पाने के लिए शैलेश के हाथों की कठपुतली बन गए. उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर अरङ्क्षवद पांडे समेत उनके समर्थक नितेश राज, आर के ङ्क्षसह आर के मिश्रा भीम ङ्क्षसह, सरोज पांडेय, विनोद पांडेय व दर्जन भर कमेटी सदस्यों की सीटों को बिगाड़ दिया या तो आपस में लड़ा दिया. उन्होंने कहा कि इस सीट नहीं धारण थे बहुत असर आने वाले चुनाव में नहीं पड़ेगा और कर्मचारी अरङ्क्षवद पांडे को और उनकी टीम को भारी से भारी मतों से जीता के अगला अध्यक्ष बनाएंगे.

Share this News...