टीडब्ल्यूयू-चुनाव पदाधिकारी द्वारा घर बैठे 190 निर्वाचन क्षेत्रों के निर्धारण पर बवाल

अरविन्द टीम के तीन कमेटी सदस्यों ने किया विरोध
जमशेदपुर, 18 जनवरी (रिपोर्टर): टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव में सीटों के निर्धारण को लेकर छेड़छाड़ शुरू हो गई है. विपक्ष से जीते चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह पर मनमानी करते हुए 190 निर्वाचन क्षेत्रों का घर बैठे निर्धारण करने का आरोप लगा है. चुनाव पदाधिकारी के इस रवैये को लेकर अब यूनियन का चुनाव किस तरह से निष्पक्ष कराया जाए यह सवाल उठ गया है. सत्ता पक्ष ने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध किया है. साथ ही यह भी संकेत मिल गया है कि यदि चुनाव पदाधिकारी का यह रवैया रहा तो चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से पहले मामला हाईकोर्ट तक जा सकता है.
टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव कराने को लेकर पिछले दिनों चुनाव पदाधिकारी व छ: कमेटी सदस्यों का चुनाव हुआ था जिसमें विपक्ष के सतीश टीम से चुनाव पदाधिकारी पद के उम्मीदवार संतोष सिंह जीते थे. वहीं छ: कमेटी सदस्यों में तीन-तीन उम्मीदवार दोनों पक्ष से जीते हैं. चुनाव में यह माना जाता है कि जिस पक्ष के चुनाव पदाधिकारी होता है उस पक्ष की चुनाव में जीतने की संभावना 80 प्रतिशत अधिक रहता है. इसके पीछे भी आरोप लगता रहता है कि सीटों के निर्धारण में छेड़छाड़ की जाती है जिससे जीतने वाले उम्मीदवार हार जाते हैं, जबकि चुनाव में हारने वाले उम्मीदवार जीत जाते हैं. चुनाव पदाधिकारी जैसा चाहे सीटों का निर्धारण कर चुनाव मेंं धांधली कराने का यह खेल खेल सकता है. सोमवार को भी ऐसा ही मामला सामने आया है. शनिवार की शाम यूनियन में चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह के नेतृत्व में कमेटी की बैठक हुई थी जिसमें निर्वाचन क्षेत्र के अनुसार कर्मचारियों की सूची आने पर चर्चा की गई थी. रविवार को छुट्टी होने के कारण सभी सदस्यों की सोमवार को फिर बैठक बुलायी गई थी. वहीं रविवार को ही चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह ने समाचार पत्रों को बयान दिया कि 80 प्रतिशत निर्वाचन क्षेत्रों में सीटों को तैयार कर लिया. जब सोमवार को जब यह बात सामने आयी तो बवाल शुरू हो गया. सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे चुनाव पदाधिकारी ने बैठक बुलायी जिसमें अरविन्द टीम से जीते तीन कमेटी सदस्य ए के सिंह मुखिया, पी के सिंह व नेहा महतो भी शामिल हुई. बैठक के शुरू होते ही तीनों सदस्यों ने चुनाव पदाधिकारी पर धावा बोल दिया. उन्होंने उनसे सवाल किया कि जब सीटों के निर्धारण को लेकर बैठक ही नहीं हुई तो किस आधार पर बयान दिया गया है कि 80 प्रतिशत सीटों का निर्धारण हो चुका है. अरविन्द टीम के तीनों सदस्यों के इस सवाल पर बताया जाता है कि संतोष सिंह ने तीनों को एक-एक कॉपी थमा दी कि इस तरह से उन्होंने सीट बनायी है जिस पर हमलोगों को सहमत होना है. उनलोगों ने संतोष सिंह का कड़ा विरोध कर दिया. सुबह से लेकर देर शाम तक बैठक चलती रही. बताया जाता है कि संतोष सिंह को विरोध को देखते हुए फिर से समीक्षा शुरू करनी पड़ी.
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80 से 90 प्रतिशत तक छेड़छाड़
चुनाव पदाधिकारी पर आरोप है कि उन्होंंने अपनी मनमर्जी से बनायी गई 190 सीटों के निर्धारण में 80 से 90 प्रतिशत तक छेड़छाड़ की है जिससे अरविन्द टीम के जो भी उम्मीदवार होंगे उन्हें हार का सामना करना पड़ सकता है. माना जा रहा है कि सतीश टीम को जीतने के लिए चुनाव पदाधिकारी ने यह खेल खेलने का प्रयास किया है.
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हाईकोर्ट तक जा सकता है मामला
टाटा वर्कर्स यूनियन का चुनाव कराने या न कराने पर मामला अब श्रम विभाग से लेकर हाईकोर्ट तक जाने की संभावना बढ़ गई है. जिस तरह से चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह पर 190 सीटों को निर्धारण करने में छेड़छाड़ करने का आरोप लगा है उससे अरविन्द टीम का कड़ा विरोध हुआ है. सत्ता पक्ष आने वाले समय में यह मामला श्रम विभाग या हाईकोर्ट लेकर भी जा सकता है.

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