चंद सेकंड के अंदर नोएडा स्थित ट्विन टावर आखिरकार जमींदोज हो गया. 13 साल में बनाई गई ये इमारत अनुमान के मुताबिक करीब 9 से 10 सेकंड के समय में गिर गई. बिल्डिंग गिरते ही चारों ओर मलबे का धुआं ही धुआं देखने को मिला. जब ट्विन टावर को गिराया गया तो यहां मौजूद लोगों को एक तेज धमाका सुनाई दिया. लोगों को धरती कांपते हुई भी महसूस हुई. देखते ही देखते पूरे इलाके में धुएं का गुबार छा गया.
ताजा अपडेट के मुताबिक, ट्विन टावर गिराए जाने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाए गए सभी कदम ठीक बैठ.
ट्विन टॉवर गिरने के बाद 4 मंजिलों के बराबर मलबा
ब्लास्ट के बाद दोनों टॉवर्स का मलबा साइट पर जमा हो गया है। गिरी हुई इमारत के मलबे का ढेर करीब 40 से 50 फीट की ऊंचाई तक फैला नजर आया। यहां 50 से ज्यादा फायर टेंडर्स पेड़ों और इमारतों से धूल हटाने के काम में लगाए गए हैं। नोएडा अथॉरिटी के मजदूर सफाई के लिए पहुंच चुके हैं। इलाके में पॉल्यूशन लेवल मॉनिटर करने के लिए स्पेशल डस्ट मशीनें लगाई गई हैं।
आसपास की इमारतों को बड़े नुकसान की खबर नहीं
ट्विन टावर को गिराने के लिए विस्फोट की जिस तकनीक का इस्तेमाल किया गया, उसके चलते घनी आबादी के बीच बने दोनों टावर अपनी जगह पर जमींदोज हो गए। आसपास की किसी इमारत को बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा। कुछ बिल्डिंग्स के शीशे टूटने और एक सोसायटी की दीवारों में दरार आने की बात भी कही गई है। हालांकि, नुकसान का सही आकलन सोसायटी में रहने वाले परिवारों के लौटने के बाद ही हो सकेगा।