कला संस्कृति की झलक छोड़ गए देशभर से आए आदिवासी कलाकार,टाटा स्टील फाउंडेशन के ट्राइबल कॉन्क्लेव संवाद का समापन

जमशेदपुर, 19 नवम्बर (रिपोर्टर): टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर आयोजित पांच दिवसीय ट्राइबल कॉन्क्लेव संवाद का समापन हुआ. देशभर से आए आदिवासी समुदाय के कलाकारों से कला संस्कृति की झलक पेश की.
ंसंवाद ने जमशेदपुर में 187 उत्कृष्ट आदिवासी कलाकारों, घरेलू रसोइयों, वैद्यों, सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं और नेतृत्वकर्ताओं के साथ-साथ 25 राज्यों और 5 केन्द्र शासित प्रदेशों में 87 अलग-अलग आदिवासी समुदायों के 4,000 से अधिक महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को एक मंच पर एकजुट किया। इनमें से कई ब्रिजिटल फॉर्मेट में ऑनलाइन भाग लिए. अंतिम दिन वर्ष 2021 के लिए संवाद फेलोशिप की घोषणा की गई. संवाद फेलोशिप क्रिटिकल गैप फंडिंग प्रदान करती है और अपने फेलो को बेहतर इनपुट प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लेटफॉर्म देने की दिशा में भी काम करता है. इस वर्ष फेलोशिप से मेघायल की खासी जनजाति की अमाबेल सुसंगी, महाराष्ट्र के चरण पारधी जनजाित के प्रमोद बाजीराव काले, मणिपुर चोथे जनजाति के मकास बाबिसन, नागालैंड से कुकी जनजाति के डा. डेविड हैनेंगे, उत्तराखंड की वन गुज्जर जनजाति की आमना खातून, झारखंड खरिया जनजाति की अनुरंजन किड़ो, तेलंगानान से चेंचू जनजाति के टोकालो लीलाधर , नागालैंड से चाकेसांग जनजाति के कुवेथिलु थुलो को सम्मानित किया गया.

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