कलकत्ता 26 मार्च कोरोना संक्रमण के कारण ट्रेनों में पिछले दो वर्षों से बंद बेडरोल सेवा बंद थी. अब उसे फिर से शुरू कर दिया गया है. 21 मार्च से यात्रियों को बेडरोल (चादर, कंबल, तौलिया और तकिया) दिया जाने लगा है. हालांकि, फिलहाल पांच ट्रेनों में इस सेवा को शुरू किया गया है, जबकि अगले 15 दिनों में अन्य 20 ट्रेनों में इस सेवा को शुरू करने की तैयारी चल रही है.
शुरू हुई बेडरोल की गिनती
पूर्व रेलवे के मुख्यालय फेयरली प्लेस में बेडरोल की गिनती शुरू हो गयी है. शुरुआत में हावड़ा-नयी दिल्ली और सियालदह-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के अलावा तीन अन्य ट्रेनों में भी बेडरोल दिया जाना शुरू हुआ है. राजधानी एक्सप्रेस की सभी बोगियों में परदे भी लगा दिये गये हैं. पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा ने यह जानकारी दी.
जीएम ने बताया कि अगले 15 दिनों में और 20 ट्रेनों में दिया जाने लगेगा बेडरोल
हावड़ा- नयी दिल्ली, सियालदह-नयी दिल्ली और अन्य तीन ट्रेनों में शुरू हुई सेवा
21 मार्च से यात्रियों को दिया जा रहा बेड रोल (चादर, कंबल, तौलिया और तकिया)
पूर्व रेलवे की 62 ट्रेनों में मिलेगी सुविधा
उन्होंने बताया कि पूर्व रेलवे की 62 ट्रेनों में हमें चादर, कंबल, तौलिया और तकिया उपलब्ध कराना है. ऐसा नहीं है कि यह केवल 62 ट्रेन ही हैं, बल्कि इन ट्रेनों के अतिरिक्त रेक भी हैं. युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है. उम्मीद है कि अगले 15 दिनों में सियालदह, हावड़ा और आसनसोल से रवाना होने वाली 20 और ट्रेनों में बेडरोल मिलने लगेगा.
प्रीमियम एक्सप्रेस ट्रेनें पहली प्राथमिकता
श्री अरोड़ा ने बताया कि प्रीमियम एक्सप्रेस ट्रेनें ही हमारी पहली प्राथमिकता हैं. उन्होंने बताया कि इसकी जांच की जा रही है कि उपलब्ध बेडरोल इस्तेमाल के लायक हैं या नहीं. वर्तमान में पूर्व रेलवे की पांच ट्रेनों में बेड रोल मिलना शुरू हो गया है. इसके अलावा रेलवे पुराने बेडरोल देख रही है कि वह उपयोग करने के लायक हैं या नहीं. उपयोग लायक बेडरोल की धुलाई भी शुरू हो गयी है. खरीदारी के लिए टेंडर जारी किया जायेगा.
लाखों के बेडरोल खराब होने की कगार पर
देश भर में 23 मार्च 2020 से ही ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. जून 2020 से जब स्पेशल ट्रेनों का परिचनालन शुरू हुआ, तो कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ट्रेनों में बेडरोल सेवा को बंद कर दिया गया. हाल ही में रेल बोर्ड द्वारा एक बार फिर से ट्रेनों में बेडरोल देने की घोषणा कर दी गयी है. लगभग दो वर्षों से बेडरोल का उपयोग नहीं होने से काफी चादर और तकिये खराब होने हो गये हैं.