पश्चिम बंगाल में उपचुनाव से पहले एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है। भाजपा ममता बनर्जी पर जबरदस्त तरीके से वार कर रही है। दरअसल, पूरा मामला दुर्गा पूजा समितियों को ₹50000 के अनुदान देने का है। तृणमूल कांग्रेस ने इस बात की घोषणा की है जबकि भाजपा इसे चुनावी स्टंट बताते हुए चुनाव आयोग से ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसी बात को लेकर दोनों दल आमने-सामने है।
तृणमूल कांग्रेस का तंज
तृणमूल कांग्रेस ने तो भाजपा पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्हें हिंदू धर्म की समझ नहीं है और उनके मन में मां दुर्गा के लिए कोई सम्मान नहीं है। भाजपा पर तीखा हमला करते हुए टीएमसी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि हिंदू संस्कृति और मूल्यों के स्वयंभू संरक्षक स्पष्ट रूप से हिंदू धर्म को नहीं समझते हैं, हिंदू त्योहारों का सम्मान करना भूल जाते हैं! अब, माँ दुर्गा और बंगाल की परंपराओं के लिए उनका कम सम्मान उजागर हो गया है! यह बंगाल भाजपा के लिए शर्म की बात है। इसके साथ ही हैजटैग दिया गया #BJPInsultsMaaDurga।
भाजपा का आरोप
भाजपा ने बंगाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को ₹50000 देने की घोषणा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। हालांकि भाजपा के आरोप पर ममता बनर्जी ने इसका बचाव किया है। ममता बनर्जी ने साफ कहा कि यह घोषणा कोई नई नहीं है, यह पिछले साल की ही तरह है।
बंगाल में उपचुनाव
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में 3 सीटों पर 30 सितंबर को चुनाव होने हैं। भवानीपुर से खुद ममता बनर्जी की किस्मत दांव पर होगी। ममता बनर्जी को हर हाल में नवंबर से पहले विधानसभा का सदस्य होना जरूरी है। विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था हालांकि वह शुभेंदु अधिकारी से हार गई।