जमशेदपुर, 25 जनवरी (रिपोर्टर): टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अरविन्द पांडेय से चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए चुनाव में आब्जर्वर नियुक्त करने की मांग की.
सोमवार को टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव में अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अरविन्द पांडेय टीम की ओर से प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया. इस मौके पर अरविन्द पांडेय ने कहा कि जिस तरह से चुनाव प्रक्रिया की घोषणा के बाद चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह पक्षपात कर रहे हैं ऐसे में निष्पक्ष चुनाव नहीं कराया जा सकता है. उन्होंने चुनाव की प्रक्रिया व मतदान व मतगणना की देखरेख के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त करने की मांग की. अरविन्द पांडेय, नितेश राज, अरुण सिंह व आरसी झा यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद से मिले. उन्हें ज्ञापन देकर डीएलसी से चुनाव के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त कराने की मांग की. यूनियन अध्यक्ष ने उन्हें इस मामले पर चुनाव पदाधिकारी व कमेटी से बात करने का आश्वासन दिया. यूनियन अध्यक्ष ने अरविन्द पांडेय व उनकी टीम को कहा कि अब चुनाव शुरू हो गया है इसलिए उन्हें किसी तरह का निर्देश देने का अधिकार नहीं है लेकिन उनकी बातों को चुनाव कमेटी के पास रखा जाएगा. वहीं अरविन्द टीम ने उन्हें कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. वर्तमान में वह अध्यक्ष है. जब तक चुनाव नहीं होता है व नई कमेटी पदभार ग्रहण नहीं करती है उनका अपना अधिकार है. टाटा वर्कर्स यूनियन के संविधान में ऐसा है.
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अरविन्द टीम ने किया फ्लैट प्रोडक्ट्स का दौरा
अरविन्द पांडेय व उनकी टीम के सदस्यों ने सोमवार की दोपहर टाटा स्टील कंपनी के फ्लैट प्रोडक्ट्स के कैंटीन का दौरा किया. कर्मचारियों ने चुनाव में उनकी टीम को समर्थन करने का आश्वासन दिया.
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उपश्रमायुक्त के पास पहुंची निर्वाचन क्षेत्रों में गड़बड़ी की शिकायत
टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव को लेकर मामला अब श्रम विभाग तक पहुंच गया है. सदस्यों ने चुनाव पदाधिकारी संतोष सिंह के चुनाव कराने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए निर्वाचन क्षेत्रों में गड़बड़ी की शिकायत की है. अब तक यूनियन के पांच सदस्यों ने उपश्रमायुक्त को लिखित शिकायत की है. उपश्रमायुक्त ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए चुनाव पदाधिकारी को सभी शिकायत को भेज कर उचित निर्णय लेने का आदेश दिया.
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मजदूरों का विश्वास घटा: भास्कर राव
टाटा वर्कर्स यूनियन बचाओ मोर्चा के संयोजक व पूर्व वाइस प्रेसीडेंट भास्कर राव ने कहा कि यूनियन में मजदूरों का विश्वास घटा है. उन्होंने कहा कि 214 कमेटी सदस्यों के चुनाव के लिए मात्र 521 नामांकन पत्र का बिकना इस बात को दर्शाता है कि मजदूरों का विश्वास घटा है. आखिरकार लोग अब यूनियन से विमुख हो रहे. पिछले छ: वर्षों में यूनियन नेतृत्व ने मजदूरों का बहुत नुकसान कराया है इस कारण मजदूर इन पदाधिकारियों को विभाग मे ही पराजित करें. उन्होंने कहा कि यूनियन की खोयी प्रतिष्ठा वापस लाने के स्वच्छ ईमानदार नेतृत्व को लाना जरूरी है.