जमशेदपुर, 3 मई (रिपोर्टर): टाटा स्टील को कोरोना महामारी की दूसरी व तीसरी लहर के बाद भी मुनाफे मेें बढ़ोतरी हुई. वित्तीय वर्ष 2021-22 में 41,749 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ. यह मुनाफा प्रोफिट पर टैक्स छोड़ कर हुआ है जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में 8190 करोड़ रुपये हुआ.
मंगलवार को टाटा स्टील की ओर से वार्षिक रिपोर्ट जारी की गई जिसके तहत कंपनी प्रबंधन ने मुनाफा, कारोबार की जानाकरी दी है. टाटा स्टील को पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस वित्तीय वर्ष में करीब पांच गुना अधिक मुनाफा हुआ है. टाटा स्टील को वित्तीय वर्ष 2021-22 में 41749 करोड़ रुपये का प्रोफिट पर टैक्स को छोड़ कर मुनाफा हुआ है. वहीं पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 मे 8,190 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. टाटा स्टील को चौथी तिमाही में 9835 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में 7162 करोड़ का मुनाफा हुआ था. चौथी तिमाही में मुनाफे में 37.2 प्रतिशत अधिक हुआ. वहीं रेवेन्यू में 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. टाटा स्टील का वित्तीय वर्ष में कारोबार 243,959 करोड़ रहा जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में 156,477 करोड़ हुआ था.
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51 रुपये डिविडेंड देने का फैसला
टाटा स्टील के रिपोर्ट को देखें तो कंपनी का रेवेन्यू 2,43,959 करोड़ रुपये का हुआ है. टाटा स्टील बोर्ड ने शेयर धारकों को 51 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड भी देने का घोषणा की है. वहीं शेयर धारकों को दस रुपये फेस वैल्यू वाले एक शेयर को 10 भाग में बांटने की मंजूरी दी है. टाटा स्टील के शेयर स्पिल्ट के बाद दस रुपये के फेस वेल्यू वाला एक रुपये के फेस वेल्य का हो जाएगा.
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कोरोना महामारी व वैश्विक तनाव के बाद भी बेहतर प्रदर्शन: नरेन्द्रन
टाटा स्टील के सीईओ व ग्लोबल प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन ने कहा कि कोरोना महामारी व वैश्विक तनाव के बाद भी आटा स्टील का बेहतर प्रदर्शन रहा है. ग्राहक संबंधों, हमारे वितरण नेटवर्क और हमारे चुस्त व्यापार मॉडल के समर्थित ब्रांडों के हमारे पोर्टफोलियो पर हमारे निरंतर ध्यान के कारण भारतीय व्यापार ने हमारे चुने हुए क्षेत्रों में व्यापक आधार पर विकास किया है. हमारे यूरोपीय संचालन ने मजबूत प्रदर्शन दिया क्योंकि किए गए परिवर्तन कार्यक्रम ने मजबूत कारोबारी माहौल का फायदा उठाने में मदद की. उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने, प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण में निवेश करना जारी रखा है. उन्होंने कहा कि कलिंगानगर बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. कलिंगानगर में निवेश जारी रखा है. नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड का अधिग्रहण किया गया. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील को वल्र्ड स्टील की ओर से लगातार पांचवें वर्ष स्टील स्थिरता चैंपियन के रूप में मान्यता दी गई है.