टाटा स्टील में 20 प्रतिशत बोनस, कर्मचारियोंं के बीच बंटेंगे 314.70 करोड़,11 सितम्बर को बैंक खाते में भेज दी जाएगी राशि

कर्मचारियों को मिलेगा अधिकतम 4,61,019 व न्यूनतम 42,561 रुपये
बोनस

जमशेदपुर, 4 सितम्बर (रिपोर्टर): टाटा स्टील में बोनस समझौता हुआ. समझौते के तहत कर्मचारियों को 20 प्रतिशत बोनस मिलेगा. कर्मचारियों के बीच 314.70 करोड़ रुपये बोनस की राशि बटेंगी. कर्मचारियों को अधिकतम 4,61,019 रुपये व न्यूनतम 42,561 रुपये बोनस मिलेगा. 11 सितम्बर को कर्मचारियों के बैंक खाते में बोनस की राशि भेज दी जाएगी.
टाटा स्टील प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच बनाए गए फार्मूेल के आधार पर कर्मचारियों को 18.98 प्रतिशत बोनस मिला रहा था. यह राशि करीब 298.82 करोड़ रुपये थी. यूनियन नेतृत्व का प्रयास था कि कर्मचारियों का कम से कम 20 प्रतिशत बोनस दिलाया जाए. इस तरह से 1.02 प्रतिशत कम था. सोमवार की सुबह कंपनी के सीईओ व ग्लोबल प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन के साथ यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी, डिप्टी प्रेसीडेंट शैलेश सिंह व महामंत्री सतीश सिंह की बैठक हुई. यूनियन नेतृत्व के अनुरोध पर प्रबंधन ने 15.88 करोड़ रुपये की राशि में बढ़ोतरी करते हुए 20 प्रतिशत बोनस की सहमति दी. बोनस समझौता उपश्रमायुक्त राकेश प्रसाद की मौजूदगी में हुई. समझौते के तहत कर्मचारियों के बीच 314.70 करोड़ रुपये बोनस की राशि दी गई. पिछले वर्ष 317.51 करोड़ रुपये बोनस की राशि मिली थी. कर्मचारियों को बोनस की राशि के अलावा 20-20 हजार रुपये की गुडविल राशि भी मिली थी जबकि इस वर्ष कर्मचारियों को गुडविल राशि नहीं दी गई है. जमशेदपुर व ट्यूब डिवीजन के कर्मचारियों के बीच 186.81 करोड़ रुपये की राशि बांटी जाएगी, जबकि पिछले वर्ष 188.64 करोड़ रुपये की राशि बांटी गई थी. कर्मचारियों को अधिकतम 4 लाख 61 हजार 19 रुपये व न्यूनतम 42 हजार 561 रुपये बोनस मिलेगा. कर्मचारियों को औसतन एक लाख, 59 हजार व 738 रुपये बोनस मिलेगा. कर्मचारियों को इस वर्ष गुडविल राशि नहीं मिलेगी. कर्मचारियों के बैंक खाते में 11 सितम्बर तक बोनस की राशि भेज दी जाएगी. बोनस समझौता पत्र पर प्रबंधन की ओर से कंपनी के सीईओ व ग्लोबल प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन, चीफ ग्रुप फाइनांस एंड कॉरपोरेट कौशिक चटर्जी, वाइस प्रेसीडेंट एचआरएम अत्रेयी सन्याल, वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी, वाइस प्रेसीडेंट सेफ्टी राजीव मंगल, वाइस प्रेसीडेंट सीएसआई उत्तम सिंह, वीपी अवनीश गुप्ता, वीपी प्रबाल घोष, पीईओ देवशीष चौधरी,जुबिना पालिया, दीपा वर्मा, विनीता प्रकाश, राहुल दुबे समेत कंपनी के अन्य वाइस प्रेसीडेंट, चीफ स्तर के अधिकारियों व यूनियन की ओर से अध्यक्ष संजीव चौधरी, डिप्टी प्रेसीडेंट शैलेश सिंह, महामंत्री सतीश सिंह, वाइस प्रेसीडेंट एस आलम, शत्रुध्न राय, संजय सिंह, संजीव तिवारी, असिस्टेंट सेक्रेट्री नितेश राज, सरोज सिंह, अजय चौधरी, ट्रेजरर हरिशंकर सिंह ने हस्ताक्षर किए.
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कर्मचारियों के बेहतर प्रदर्शन पर बढ़ायी गई 15.88 करोड़ राशि
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी, डिप्टी प्रेसीडेंट शैलेश सिंह व महामंत्री सतीश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के बेहतर प्रदर्शन, मेहनत व योगदान के कारण प्रोडक्टिविटी पर सबसे अधिक राशि 49 करोड़ रुपये मिली है. यूनियन नेतृत्व ने एमडी से बोनस की राशि को बढ़ाने का अनुरोध किया जिसके बाद 15.88 करोड़ रुपये की राशि बढ़ायी गई है. उन्होंने एमडी व यूनियन के पदाधिकारियों का आभार जताया.
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सेफ्टी पर नहीं मिली राशि, यूनियन को अफसोस
टाटा स्टील प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच जो फार्मूला बना है उसमेें सेफ्टी को भी रखा गया है. जो फार्मूला है उसके तहत लॉस टाइम इंज्यूरी फ्रीक्वेंसी रेट, एलटीआईएफआर के पारामीटर को रखा गया है. इस पारामीटर के तहत शून्य से 0.2 एलटीआईएफआर रहने पर 10 करोड़ की राशि, 0.2 से 0.4 तक रहने पर 5 करोड़ रुपये व 0.5 से अधिक होने पर शून्य राशि मिलेगी. वहीं शून्य दुर्घटना होने पर 15 करोड़ रुपये की राशि देने का फार्मूल है. कंपनी में वित्तीय वर्ष 2022-23 में 0.57 एलटीआईएफआर हुआ है जबकि पिछले वर्ष एक कर्मचारी की दुर्घटना में मौत हुई थी. इसलिए फार्मूल के तहत यूनियन को राशि नहीं मिली. 2020-21 में एलटीआई का पारामीटर पूरा करने पर 10 लाख रुपये मिला है. यूनियन का अफसोस है कि यदि कर्मचारी सुरक्षित काम करें किसी तरह की घटना य दुर्घटना नहीं हो तो अगले वर्ष 25 करोड़ रुपये की राशि को पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि मानव मूल्य का पैसे से तुलना नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी सुरक्षित काम करें.

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