टाटा स्टील एजीएम _ 2030 तक 40 मिलियन टन उत्पादन को करेगी प्रतिवर्ष 10 हजार करोड़ निवेश: चंद्रशेखरन

जमशेदपुर, 15 जुलाई (रिपोर्टर): टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील 2030 तक अपनी उत्पादन क्षमता को 40 मिलियन टन प्रति वर्ष बढ़ाने के लिए पूंजीगत व्यय के लिए प्रति वर्ष करीब10,000 करोड़ आवंटित करना जारी रखेगी.
सोमवार को टाटा स्टील की आमसभा मुम्बई से ऑडियो-विडियो के माध्यम से किया गया जिसमें कंपनी के वरीय पदाधिकारी समेत शेयरधारक जुड़े. उन्होंने अपने-अपने सवाल को रजिस्टर्ड कराया. एजीएम में करीब 73 शेयरधारकों ने अपने सवाल को रजिस्टर्ड किया था. दोपहर करीब साढ़े तीन बजे एजीएम शुुरू हुआ. इस मौके टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने टाटा स्टील की वित्तीय स्थिति, उत्पादन, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आए चढ़ाव- उतार से लेकर घरेलू बाजार में बढ़ते स्टील की मांग, कंपनी की भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि कंपनी कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए क्षमता विस्तार के साथ-साथ नए स्टीलमेकिंग की दिशा में परिवर्तन में निवेश करना जारी रखे हुए हैप्त उन्होंने कहा कि टाटा स्टील विस्तार योजना के लिए रणनीतियों को लागू करना जारी रखेगी और डीकार्बोनाइजेशन पर प्रगति करने के लिए सही तकनीकों का उपयोग करेगी. इस मौके पर टाटा स्टील के सीईओ व ग्लोबल स्टील के सीईओ टी वी नरेन्द्रन, ग्रुप एक्सक्यूटिव डायरेक्टर फाइनांस एंड कॉरपोरेट कौशिक चटर्जी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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कलिंगानगर की उत्पादन क्षमता 13 मिलियन टन पहुंचाने का लक्ष्य
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि कलिंगानगर में उत्पादन क्षमता तीन मिलियन टन से बढ़ाकर 8 मिलियन टन प्रतिवर्ष करने की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा कि कंपनी तीसरे चरण के तहत कलिंगनगर क्षमता को अतिरिक्त 5 मिलियन टन बढ़ा कर 13 मिलियन टन तक पहुंचाने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील की ओर से अधिग्रहण की गई नीलाचल स्टील निगम लिमिटेड की उत्पादन क्षमता को एक मिलियन टन से बढ़ा कर 5.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष किया जाएगा.
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लुधियाना में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस 2026 तक शुरू होने की उम्मीद
टाटा ग्रुप के एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील की लुधियाना में 0.75 मिलियन टन स्क्रैप आधारित कम कार्बन इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है जिससे उसे अपने लंबे उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद मिलेगी. कंपनी अगले 8 से 10 वर्षों में अपना विस्तार पूरा करने की योजना बना रही है, साथ ही परिचालन स्तर पर अतिरिक्त नकदी प्रवाह के साथ हर साल अपने ऋण को कम करना जारी रखेगी जिसका लक्ष्य ऋण-से-एबिटा अनुपात को तीन से नीचे रखना है.
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ब्रिटेन का दूसरा ब्लास्र्ट फर्नेस सितम्ब तक बंद की संभावना
उन्होंने कहा कि टाआ स्टील अपने अंतर्राष्ट्रीय स्थलों केा बदलने पर ध्यान केन्द्रित करना जारी रखेगी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा मानकों को देखते हुए ब्रिटेन मेंं दूसरा ब्लास्ट फर्नेस सितंबर तक बंद होने की संभावना है. यूके सरकार के सहयोग से 1.25 बिलियन के निवेश के माध्यम से संयंत्रों को समान क्षमता के इलेक्ट्रिक-आर्क फर्नेस से बदल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यूके में सरकार के बदलाव ने टाटा स्टील यूके के बारे में चल रही चर्चाओं को प्रभावित नहीं किया है. कंपनी का यूके प्लांट सुर्खियों में रहा है क्योंकि इसकी भारी-भरकम संपत्तियां अपने जीवन के अंत के करीब हैं, जिसके परिणामस्वरूप अस्थिर वित्तीय नुकसान हुआ है.
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भारतीय बाजार मजबूत होकर उभरा
उन्होंने कहा कि देश में बुनियादी ढांचे में हो रहे खर्च के कारण स्टील की मांग बढ़ी है. भारतीय बाजार मजबूत होकर उभरा है. उन्होनें कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में स्टील के कच्चे माल की डिमांड 13 प्रतिशत तक बढ़ी है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि घरेलू स्टील का डिमांड बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने 20 मैट्रिक टन क्रुड स्टील का उत्पदन किया है जबकि स्टील की डिलीवरी 19.9 प्रतिशत है.

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