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नयी दिल्ली: गणतंत्र दिवस के तुरंत बाद एयर इंडिया टाटा समूह का हो जायेगा. एयर इंडिया के अधिकारियों के हवाले से मीडिया में यह रिपोर्ट आयी है. इसमें कहा गया है कि एयर इंडिया के अधिग्रहण में अब कुछ ही दिन शेष हैं. अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गणतंत्र दिवस के बाद कभी भी टाटा समूह एयर इंडिया का अधिग्रहण कर सकता है. हालांकि, एयर इंडिया ने इस संबंध में कोई बयान नहीं दिया है.
मोदी सरकार ने 18000 करोड़ में बेची एयर इंडिया
मोदी सरकार ने 25 अक्टूबर 2021 को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा संस से समझौता किया था. अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद टाटा समूह सरकार को 2,700 करोड़ रुपये कैश देगी. इसके साथ ही 15,300 करोड़ रुपये की देनदारी का भी टाटा समूह को भुगतान करना है.
2007-08 से नुकसान में चल रही है एयर इंडिया
वर्ष 2007-08 में एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का विलय हुआ था. उसके बाद से कंपनी लगातार नुकसान में है. 31 अगस्त 2021 तक कंपनी पर 61,562 करोड़ रुपये का बकाया था. अक्टूबर में सरकार के साथ समझौता के बाद एयर इंडिया के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसके इसी महीने यानी जनवरी 2022 में ही पूरी हो जाने की उम्मीद है.
एयर इंडिया के सीनियर ऑफिशियल्स ने कहा है कि सोमवार यानी 24 जनवरी 2022 तक सरकारी विमानन कंपनी की बैलेंस सीट जमा कराने के लिए कहा गया है, ताकि टाटा समूह के अधिकारी उसका अध्ययन कर सकें. अगर इसमें कोई परिवर्तन या संशोधन करना होगा, तो बुधवार तक उसे भी कर लिया जायेगा. इसलिए एयर इंडिया के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए तीन दिन बहुत अस्त-व्यस्त रहने वाला है.
1953 में सरकार ने टाटा से किया था विमानन कंपनी का अधिग्रहण
एयर इंडिया के अधिकारियों ने विमानन कंपनी के टाटा समूह की ओर से अधिग्रहण की तारीख तो नहीं बतायी, लेकिन कहा कि यह काम इसी सप्ताह गुरुवार तक हो जाने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि 1932 में टाटा समूह ने टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी. राष्ट्रीयकरण के दौरान वर्ष 1953 में सरकार ने इसका अधिग्रहण कर लिया. टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने मुश्किलों में घिरी एयर इंडिया का मालिकाना हक हासिल करने के लिए अक्टूबर 2021 में बोली लगायी और उसे जीत भी लिया.