काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां खराब होते सुरक्षा हालात के मद्देनजर सरकार ने अफगानिस्तान का दूतावास खाली कर दिया। भारत सरकार अफगानिस्तान से अपने राजदूत और दूतावास के सभी कर्मियों को वापस ले आई है। लेकिन अब अफगानिस्तान के हेरात और कंधार स्थित भारतीय दूतावास से बड़ी खबर सामने आई है। तालिबानी आतंकियों ने हेरात और कंधार के भारतीय दूतावासों पर हमला
किया है। तालिबान के आतंकियों ने दूतावास के कागजात खंगाले और वहां की तलाशी ली है।आतंकियों ने दूतावास के कागजात जब्त कर लिए हैं। इसके साथ ही तालिबानी आतंकी दूतावास के बाहर खड़ी कारें अपने साथ ले गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के पास तालिबान की खुफिया जानकारी थी। भारत को रिपोर्ट मिली थी कि लश्कर और हक्कानी के आतंकी भी काबुल में घुस गए हैं। भारत ने बिना देर करते हुए अफगानिस्तान से अफने राजनयिकों को वापस बुला लिया।
दूतावास पर हमले के मायनें?
लगातार एबेंसी में जाना और वहां जाकर पूरी तलाशी करना, इस बात को दर्शाता है कि किसी भी तरीके से कोई पेपर या डॉक्यूमेंट छूट गया हो या हार्ड ड्राइव हो। जिससे ये पता लगाया जा सके कि आखिरकार कौन-कौन एबेंसी के साथ टच में था या कौन लोग हैं जो अभी भी भारत के साथ टच में रहते हैं।