काबुल। अफगानिस्तान के अधिकतर प्रांतों पर तालिबान का कब्जा है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर सयुक्त अरब अमीरात (यूएई) चले गए हैं। इसी बीच तालिबान ने अमेरिका को धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका अपनी फौज को 31 अगस्त तक हटाए नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
दरअसल, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अफरा तफरी का माहौल है। वहां पर मौजूद ज्यादातर लोग देश छोड़ने के लिए विवश हैं। ऐसे में काबुल हवाई अड्डे पर भारी तादाद में लोग मौजूद हैं। इसी बीच तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने कतर में बैठकर अमेरिका को धमकी दी है।
काबुल हवाई अड्डे में मौजूद है अमेरिकी सेना
आपको बता दें अमेरिका ने काबुल हवाईअड्डे को अपने अधिकार में रखा है ताकि सैन्य विमानों समेत अन्य विमान उड़ान भर सकें। काबुल में अभी अमेरिका के करीब 6,000 सैनिक तैनात हैं। दरअसल, अमेरिकी सैनिक 82वीं एयरबॉर्न रनवे को सुरक्षा मुहैया करवा रही है, सेना की 10वीं माउंटेन डिविजन हवाईअड्डे की सुरक्षा में तैनात है तथा 24वीं मरीन इकाई असैन्य नागरिकों की निकासी में मदद दे रही है।
अपने लोगों को लगातार निकाल रहा अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका जुलाई से 18,000 से अधिक लोगों को अफगानिस्तान से निकाल चुका है और 14 अगस्त को सेना द्वारा हवाईमार्ग से निकासी का कार्य शुरू होने के बाद से करीब 13,000 लोगों को निकाला जा चुका है। बाइडन ने अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के अपने फैसले का बचाव भी जारी रखा है।