रविवार दोपहर 2 बजे छठ व्रतधारियों के लिए खुलेंगे सूर्य मंदिर के सभी प्रवेश द्वार, सूर्य मंदिर के सामने वाले मैदान में होगा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन

छठ पूजा में विघ्न डालने वालों को किये का फल छठी मईया से जल्दी ही मिलेगा-रघुवर दास

छठ महोत्सव को लेकर सूर्य मंदिर कमेटी की तैयारियां हुई पूरी, पूर्व सीएम रघुवर दास एवं चंद्रगुप्त सिंह ने समीक्षा बैठक में तैयारियों की ली जानकारी

जमशेदपुर। लोक आस्था एवं सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा पर होने वाले छठ महोत्सव के आयोजन को लेकर सूर्य मंदिर समिति ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। शनिवार को पूर्व घोषित आयोजन की तैयारी को लेकर सूर्य मंदिर कमेटी की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में संजीव सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह कमेटी के मुख्य संरक्षक रघुवर दास, संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह मौजूद रहे। उन्होंने आयोजन की सफलता एवं भव्यता को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी प्रदान की गई। इस संबंध में सूर्य मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजीव सिंह ने बताया कि सूर्य मंदिर धाम शहर ही नही अपितु पूरे प्रदेश के आस्था का केंद्र बिंदु है। विभिन्न आयोजनों के माध्यम से सूर्य मंदिर कमेटी ने हमेशा शहर के आस्थावान भक्तों की धार्मिक भावनाओं को मजबूत करने का कार्य किया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सूर्य मंदिर कमेटी ने छठ महोत्सव में व्रतधारियों की सुविधा को सर्वोपरि रखा है। दोनों घाटों में स्वच्छ-निर्मल जल, सूर्य मंदिर एवं श्रीराम मंदिर में पुष्प सज्जा के साथ मंदिर परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में रंगबिरंगी लाइटों से आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। उन्होंने बताया कि सूर्य मंदिर कमेटी आध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्था है। जो जनता द्वारा चुनी जाती है। कमेटी झारखंड सरकार के निबंधन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड है। प्रत्येक वर्ष इसके आय- व्यय का ब्यौरा सरकार के पास जमा किया जाता है। उन्होंने बताया कि सूर्य मंदिर कमेटी मंदिर निर्माण काल से ही छठ पूजा पर सांस्कृतिक संगीत एवं भजन का आयोजन करती आई है। उन्होंने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति हेतु वर्षों से टाउन हॉल मैदान में हो रहे कार्यक्रम में विघ्न डालने का प्रयास किया। जिससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गयी है। वहीं, जिला प्रशासन द्वारा टाउन हॉल मैदान में कार्यक्रम को लेकर रोक लगाए जाने पर महासचिव गुंजन यादव ने उपस्थितजनों से कार्यक्रम स्थल पर सुझाव मांगे जिसपर कल्याणी शरन, काजू शांडिल, रूबी झा, सोनी देवी व अन्य ने कार्यक्रम को लेकर सूर्य मंदिर के समक्ष मैदान का प्रस्ताव दिया। जिसपर उपस्थितजनों ने सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की। ज्ञात हो कि सबसे पहले सूर्य मंदिर के सामने वाले मैदान में वर्ष 2003 में अनुराधा पौडवाल ने सांस्कृतिक संध्या में प्रस्तुति दी। जिसके बाद शारदा सिन्हा, मालिनी अवस्थी, देवी, तृप्ति साकिया समेत अन्य गायकों ने कार्यक्रम किया है।

बैठक में उपस्थित राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास ने कहा कि महापर्व छठ सूर्य उपासना का अनुपम पर्व है। यह पर्व सूर्य भगवान, उषा, प्रकृति, जल, वायु आदि को समर्पित है। छठ का महापर्व अपने देश में ही नही बल्कि विदेशों में भी पूरे श्रद्धा और निष्ठा से मनाया जाता है। महापर्व छठ पूजा में विघ्न डालने वालों को किये का फल छठी मईया से जल्दी ही मिलेगा। मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन से वार्ता के बाद जो निर्णय हुआ है। उसका स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन के रोक के कारण कार्यक्रम अब सूर्य मंदिर के सामने (शंख मैदान) में किया जाएगा। जिसकी जानकारी प्रशासन को दे दी गई है। श्री दास ने कहा कि जिला प्रशासन को ना पक्ष ना ही विपक्ष बल्कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के कथन के अनुसार निष्पक्ष होकर जनता के हित के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। प्रशासन को किसी का मोहरा नही बनना चाहिए। कोई भी काम विधिसम्मत कानून के तहत होना चहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रशासन सूर्य मंदिर के साथ पूरे शहर में विधि व्यवस्स्था चुस्त-दुरुस्त रखेगी, जिससे छठ व्रतधारियों को कोई असुविधा ना हो। उन्होंने झारखंड सहित तमाम देशवासियों को आस्था के महापर्व छठ की ढेर सारी शुभकामनाएं दी।

वहीं, संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि आयोजन में कोई भी विघ्न डालें उसपर ध्यान ना देकर हमें संयमित होकर काम करना है। पौराणिक काल में जब ऋषि-मुनि यज्ञ करते थे, तो असुर और राक्षस आकर उसमें विघ्न डालते थे, असामाजिक तत्व इसी को चरितार्थ कर रहे हैं। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर कमेटी छठ महोत्सव में सभी आयोजनों को पूरे धूम-धाम और श्रद्धापूर्वक करने को पूर्ण रूप से संकल्पित है।

कार्यक्रम में मंच संचालन करते हुए महासचिव गुंजन यादव ने बताया कि छठ व्रतधारियों के लिए दोपहर 2 बजे सभी प्रवेश द्वार को खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। गुंजन यादव ने संगीतप्रेमी शहरवासियों संध्या 7 बजे से सूर्य मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक संध्या में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने और छठ गीतों के साथ लोकगीत व भजन संगीत के आनंद लेने की अपील की।

बैठक के दौरान लक्ष्मीकांत सिंह, संजीव सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महामंत्री गुंजन यादव, संजय सिंह, मुन्ना अग्रवाल, अखिलेश चौधरी, कोषाध्यक्ष मान्तु बनर्जी, सचिव विनय भूषण शर्मा, शशिकांत सिंह, दीपक कुमार, बिश्वनाथ सरकार, राजेश यादव, दिनेश कुमार, रामबाबू तिवारी, कमलेश सिंह, पवन अग्रवाल, सुशांत पांडा, रामबाबू तिवारी, कुलवंत सिंह बंटी, मिथिलेश सिंह यादव, सुधांशु ओझा, अनिल मोदी, डॉ राजीव, खेमलाल चौधरी, कल्याणी शरण, गुरदेव सिंह राजा, राकेश सिंह, अमरजीत सिंह राजा, प्रेम झा, अमित अग्रवाल, रूबी झा, संतोष ठाकुर, सुरेश शर्मा, बबलू गोप, हेमन्त सिंह, दीपक झा, अजय सिंह, ध्रुव मिश्रा, कुमार अभिषेक, बिनोद सिंह, हेमंत सिंह, सुरेश शर्मा, मृत्युंजय यादव, बबलू गोप, बोलटू सरकार, संतोष पासवान, प्रोबिर चटर्जी राणा, कंचन दत्ता समेत अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे

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