जमशेदपुर
आदित्यपुर थाना अंतर्गत मोतीनगर रोड नंबर दो, बड़ा गम्हरिया निवासी निताई गोराई के 18 वर्षीय पुत्र सुमित गोराई ने बुधवार तड़के फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सुमित को सुबह पांच बजे उसकी मां प्रभावती देवी ने कमरे में सबसे पहले फंदे पर लटके देखा था. उसने मां की साड़ी का ही फंदा बनाया था और एस्बेस्ट्स के पाइप से झूल गया. जब मां ने बेटे को फंदे से लटके देखा तो वह जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगी. जिसके बाद उसका बड़ा भाई उमेश गोराई, पिता निताई गोराई व आसपास के लोग पहुंचे और उमेश को फंदे से उतारा गया. बड़े भाई उमेश ने बताया कि उस वक्त तक भाई जिंदा था. उसे तत्काल गम्हरिया स्थित टीचर ट्रेनिंग स्कूल के पास सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे एमजीएम अस्पताल जाने को कहा. फिर आनन फानन उसे आदित्यपुर स्थित गंगोत्री नर्सिंग होम ले गए, वहां भी डॉक्टरों ने देखा और बिना इलाज किये जल्दी एमजीएम अस्पताल लेकर जाने को कहा. जब तक परिजन सुमित को लेकर एमजीएम आए तब तक उसकी जान निकल चुकी थी. अस्पताल में परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था. उनका आरोप था कि सही समय बेटे को लेकर वे अस्पताल आए थे. पहले दो अस्पतालों में डॉक्टरों ने यदि उसका इलाज कर लिया होता तो सुमित को बचाया जा सकता था. सुमित पेशे से टेंट हाउस में साउंड सिस्टम फिटिंग का काम करता था. सुमित का बड़ा भाई फोटोग्राफर है, जबकि पिता निताई पलम्बर का काम करते हैं. उमेश ने बताया कि सुमित सूखा नशा करने का आदि था. इसके लिए उसे हमेशा रोका जाता था, शायद यही बात उसे बुरी लग गई हो, जिस कारण उसने फांसी लगा ली. बहरहाल, पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया है.