सुपर स्वास्थ्य मंत्री’ के कारनामे -किसके दबाव में उड़ रही एसडीएम के आदेश की धज्जियां: क्यों चुप है MGM थाना 144 के उल्लंघन पर

Jamshedpur, 24 जनवरी : एमजीएम थाना क्षेत्र में मौजा डिमना के थाना नंबर 1643, खाता नं. 210, प्लॉट नं. 1281 रकवा पांच डिसमिल जमीन पर अनुमंडल दंडाधिकारी द्वारा किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिये जारी निषेधाज्ञा के बावजूद नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए निर्माण कार्य कराया जा रहा है और एमजीएम थाना मूकदर्शक बना हुआ है. थाना का कहना है कि उसके उपर दबाव है.
ज्ञात हुआ है कि ओमप्रकाश दूबे रोड नं. 4 जवाहरनगर मानगो द्वारा इस संबंध में एमजीएम थाना को सूचना दी गई है कि यह जमीन उनकी देखरेख और दखल में है, जिसपर उन्होंने चाहरदीवारी का भी निर्माण कराया और गेट लगाया है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसपर शिवा कर्मकार, रामदास मार्डी, कमल मुखर्जी उर्फ गोरखा आदि के द्वारा इस जमीन पर कब्जा करते हुए गेट का ताला तोडक़र चाहरदीवारी के भीतर निर्माण कार्य कराया जा रहा है. पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिक जांच कर 8 नवंबर को अनुमंडल दंडाधिकारी के पास अपना प्रतिवेदन भी भेजा जिसके बाद अंचलाधिकारी से भी जांच कराई गई. तदुपरांत अनुमंडल दंडाधिकारी के न्यायालय द्वारा निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और निर्माण कार्य पर रोक लगाने का आदेश दिया गया.
आज एसडीएम के इस आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए निर्माण कार्य चल रहा है. पता चला है कि उक्त दबाव स्वास्थ्य मंत्री के एक आप्त सचिव द्वारा बनाया गया है, जो पुलिसवाले बयान कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार कतिपय शिकायतों के कारण स्वास्थ्य मंत्री ने इस आप्त सचिव को बाहर का रास्ता दिखाया था लेकिन पुन: यह आप्त सचिव मंत्री की शरण में आ गये हैं. आप्त सचिव का विवादास्पद इतिहास है और कई ऐसे मामलों में इनका नाम आया है, जिनसे मंत्री की छवि पर आंच आई और तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ. जिन कतिपय मुद्दों में मंत्री का दूर-दूर तक कोई मतलब नहीं होता उसमें भी मंत्री का नाम भंजाकर जनमानस के बीच बदनामी कराने का काम किया गया.

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