कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक नुस्खा फिर से लोगों के बीच अपनाया जा रहा है। इस नुस्खे के जरिए दावा किया जा रहा है कि इससे कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है। हम बात कर रहे हैं स्टीम लेने की। लेकिन क्या सच में स्टीम के जरिए कोरोना को खत्म किया जा सकता है। चलिए जानते हैं कि क्या है इस बात पर एक्सपर्ट का मत।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने आम आदमी समेत पूरे प्रशासन की नाक में दम करके रख दिया है। वायरस संक्रमण के मामले के साथ मृत्यु दर में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। ऐसे में बीते साल की तरह ही इस साल भी सोशल मीडिया पर स्टीम लेने को लेकर कुछ पोस्ट वायरल हो रही है।
इन पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि स्टीम के जरिए कोरोना वायरस का अंत संभव हैं। हालांकि अब तक इस पर किसी तरह की कोई रिसर्च नहीं की गई है। ऐसे में यह कह पाना सही नहीं होगा कि यह वायरस स्टीम लेने से खत्म होगा या नहीं। आइए जानते हैं इस पर विशेषज्ञ क्या राय रखते हैं।
क्या स्टीम के जरिए कोरोना से लड़ा जा सकता है
कुछ लोग यह सलाह भी दे रहे हैं कि आप 15 से 20 मिनट तक या जितनी देर ले सकते हैं, उतनी देर स्टीम लें। लेकिन ना तो Centers for Disease Control and Prevention(CDC) और ना ही World Health Organization(WHO) ने इस बात की पुष्टि की है कि स्टीम थेरपी कोरोना वायरस का इलाज है।
नहीं मिला कोई प्रमाण
जबकि CDC ने एक बड़ी न्यूज एजेंसी को तो यह तक कहा है कि स्टीम लेना कोरोना के समय भी जोखिम भरा हो सकता है। सीडीसी ने यह भी कहा है कि अब तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है जिसके आधार पर यह कहा जाए की स्टीम लेने का उपाय कोरोना का अंत कर सकता है।
सीडीसी का मानना है कि स्टीम लेने की वजह से व्यक्ति जल सकता है या किसी प्रकार की इंजरी भी हो सकती है। ऐसे में आप ध्यान रखें कि कोरोना से बचे रहने के लिए डॉक्टरों की सलाह है कि आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क लगाएं। साथ ही समय समय पर हाथ धोएं और अपनी आंख मुंह और नाक को बार बार ना छुएं।
यह उपाय है बेवकूफी भरा
स्टीम लेने के लाभ को लेकर एक्सपर्ट का मानना है कि, यह आपकी नाक खोलने और रेस्पिरेटरी समस्याओं से आपको राहत दिला सकती है। लेकिन यह कोरोना जैसे वायरस का अंत कर दे ऐसा कहना बेहद मुश्किल है। ऐसे में केवल इस उपाय पर निर्भर करना बेवकूफी हो सकती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Texas A&M University-Texarkana में जीव विज्ञान विभाग के डॉ. बेंजामिन नीमन ने उल्लेख किया कि फेफड़े नाजुक होते हैं और गर्म भाप लेने से फेफड़ों और वायुमार्ग को नुकसान पहुंच सकता है। इस बीच, अमेरिकन लंग एसोसिएशन (American Lung Association) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अल्बर्ट रिजो ने कथित तौर पर यह भी बताया कि वाष्प सांस लेने के तरीके श्वसन संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन वे वायरस के इलाज के रूप में काम नहीं करते हैं।
वहीं एक स्पैनिश संस्थान द्वारा एक लेख प्रकाशित किया गया है। इसमें भांप लेने की प्रक्रिया को ही जोखिम भरा बताया गया है। लेख में कहा गया है कि एक गर्म पानी के बर्तन के ऊपर तौलिया लेकर बैठने से आप चोटिल भी हो सकते हैं, या आप जल भी सकते हैं।
इसके अलावा वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय के एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ. विलियम शेफनर की रिपोर्टों के अनुसार बताया गया है कि कोरोना के लिए भांप लेने का उपाय बिल्कुल सही नहीं है। विशेषज्ञ कहते हैं कि गर्म पानी मोस्चर के जरिए कोरोना के वायरस को खत्म नहीं किया जा सकता। जबकि इस उपाय को अपनाते हुए अधिक सावधानी बरतने की भी आवश्यकता है। इसके जरिए आप गर्म पानी से जल भी सकते हैं।
निष्कर्ष
एक्सपर्ट की राय और की गई रिसर्च के आधार पर यह तो कहा जा सकता है कि कोरोना का अंत करने में स्टीम कारगर नहीं है। हालांकि यह उपाय आपको कुछ देर के लिए सांस लेने की दिक्कत को दूर कर सकता है। साथ ही इस उपाय के जरिए नाक खुल सकती है और बलगम भी आसानी से साफ हो सकता है। लेकिन यह कोरोना वायरस को खत्म करने की प्रक्रिया में असरदार नहीं माना जा सकता।