जमशेदपुर ,7 अगस्त संवाददाता: सीतारामडेरा मेंं कल रात थाना के घेराव और पत्थरबाजी के पीछे कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना वाली हालत है. थाना प्रभारी द्वारा छापामारी में कथित दुर्व्यवहार की बात सही हो सकती है, लेकिन कहा जाय कि उसको मुद्दा बनाकर नशा के विरुद्ध पुलिस के अभियान को रोकने का दबाव बनाना भी है तो अतिशयोक्ति नहीं.बीती रात हुई घटना को उसी का परिणाम माना जा रहा है. थाना प्रभारी भूषण कुमार नशाीले पदार्थ के अवैध धंधे को बंद कराने के लिये इलाके में छापामारी अभियान चला रहे. संभव है थाना प्रभारी से कोई चूक हुई हो और ऐहतियात की सावधानियां नहीं बरती हो, लेकिन उसने अवैध दारू धंधा वालों की धरपकड़ कर जेल भेजने का काम चला रखा है . उसी अभियान के तहत छह अगस्त को थाना प्रभारी दल बल के साथ नशा कारोबार के लिए चर्चित अड्डों पर गए. उरांव बस्ती निवासी दिनकर कच्छप के घर पर भी अभियान के तहत कारवाई की गयी. सूचना थी कि अवैध नशीला पर्दाथ बेचते है. कारवाई के दौरान परिजनो ने अभियान का विरोध किया जिसको लेकर कहा सुनी हो गयी और मामला बिगड़ गया. थाना प्रभारी पर बदसलूकी व एक किशोरी के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया गया. थाना का घेराव कर बवाल मचाया गया. थाना पर पथराव किया गया. अतत: स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पडा. मुख्यमंत्री का पुलिस प्रशासन को नशा के खिलाफ सख्त अभियान चलाने का निर्देश भी दिया गया है. सीताराम डेरा में अबतक अवैध धंधे में शामिल शराब, ब्राउन सुगर आदि के खतरनाक धंधे में कई लोगों को जेल भेजा गया है.
इलाके मेंं अवैध कारोबार करने वालो में मुख्य तौर पर बहादुर कच्छप,बादल,डुगरी साहु,कालीचरण,सीता,लक्ष्मी,लखन व एक नेता का रिश्तेदार भी बताया जाता है . इनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है , प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर . मुखिया का भी संरक्षण प्राप्त है .कहा जाता है कि एक मुखिया पर क्षेत्र के दिग्गज नेता का वरदहस्त है . यह प्रमुख कारण है कि पूरे सीतारामडेरा इलाके मेंं अवैध धंधा का कारोबार फल रहा है. बात यहीं नही रुकती है पिछले दिनों एक नेता दवारा थाना प्रभारी को धमकाने की बात भी समाने आई है .धंधे से जुडे लोगो का कहना है कि वे झारखंड की पहचान हडिय़ा बेचते है न कि अवैध नशा का धंधा करते है.छोटे स्तर पर कई परिवार धंधे से जुड़े है जिनका तर्क है कि परिवार की जीविका इसी पर चलती है.उंराव बस्ती,स्लैग रोड से लेकर गुदडी मार्केट तक धंधा फैला हुआ है.बीती रात घटना के पीछे मकसद थाना प्रभारी को कमजोर करना व हटाना माना जा रहा है. थाना को देखना चाहिए कि ऐसे धंधा वालों से उसका कोई कर्मी गलबहियां न रखे और अभियान में उत्पाद विभाग को भी आने के लिए बाध्य करे तब ऐसे विरोध को आम लोग कोई महत्व नहीं देते