Sindri,12 June: सांसद पी एन सिंह ने केंद्रीय रसायन एवम उर्वरक मंत्री को पत्र लिख कर यहां बंद पड़े एफ सी आई अस्पताल को कोविड के मद्दे नज़र पुनरुद्धार करने के प्रयासों को सफल करने के लिए मदद की गुहार लगाई है। सिंदरी फैमिली के एक ज्ञापन को मंत्री के पास प्रेषित करते हुए सांसद सिंह ने लिखा है कि कोविड की दूसरी लहर में धनबाद में सर्वाधिक मौतें सिंदरी में हुई जबकि 205 शैय्याओं वाला एफ सी आई का यह अस्पताल सिंदरी में एफ सी आई के बंद होने के बाद बेकार पड़ा है। यहां इंफ्रास्ट्रकचर सुविधाएं पर्याप्त हैं । धनबाद ज़िला प्रशासन ने इसे चालू करने के लिए एक तरीका निकाला है जिसमे हर्ल ( HINDUSTAN URWARAK RASAYAN LTD) ने सहयोग का भरोसा दिया है। सांसद ने हर्ल एम डी से भी बात की है। फिलहाल इस अस्पताल को चालू करने के लिए मंत्रालय का एन ओ सी आवश्यक है। इसके अलावा कानूनी औपचारिकता के लिए इसको 30 वर्षों का लीज देना भी लाजिमी है। सांसद ने लिखा है उक्त दोनों जरूरी बिंदुओं पर मंत्री को निर्णय लेना है। उन्होंने संभावित तीसरी लहर के पहले इस अस्पताल को चालू करने की जरूरत बताई है जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पत्राचार भी किया गया है। इस अस्पताल के खुलने से सिंदरी के अलावा, झरिया, चासनाला,बलियापुर तक की बडी आबादी लाभान्वित हो सकेगी। सिंदरी में हर्ल द्वारा गैस आधारित खाद कारखाना की स्थापना की जा रही है जिसे एफ सी आई की पारी संपति सौंपी गई है। DMFT फण्ड और हर्ल के संयुक्त अभियान से यह अस्पताल आसानी से चलाया जा सकेगा जैसा ज़िले के उपायुक्त ने प्रस्तावित भी किया है। धनबाद कोयले की राजधानी कहा जाता है । सिंदरी लोक उपक्रम की स्थापना में पहला उर्वरक खाद कारखाना स्थापित हुआ था लेकिन आज सिंदरी स्वास्थ्य सुविधा के मानचित्र पर बदहाल है। उम्मीद की जाती है सांसद की पहल पर केंद्रीय मंत्री शीघ्र निर्णय लेंगे जो कोविड काल में अनेक स्थलों पर दवा निर्माण इकाइयों की स्थापना में बढ़ चढ़ कर पहल करते देखे गए हैं। सिंदरी फैमिली ने जो ज्ञापन सौंपा उसमें 1100 लोगों के डिजिटल हस्ताक्षर हैं। केंद्र सरकार को ध्यान रखना होगा सिंदरी बुद्धिजीवी वर्ग का शहर है ।