एक ही पंप से प्लांट और आबादी दोनों को निबटाना चाहता है हर्ल
सिंदरी, 4 जुलाई : सिंदरी शहर में पेयजल आपूर्ति का संकट दूर करने के लिये हर्ल प्रबंधन द्वारा किसी दूरगामी योजना के बजाय शॉर्ट टर्म पर जनता के लिये औपचारिकता पूरी की जा रही है, क्योंकि दामोदर में स्थित एफसीआईएल के पूर्व स्थापित दो पंप हाउसों में एक को चालू करने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही. फिलहाल कंपनी का इरादा एक ही पंप हाउस से प्लांट और शहरवासियों को जलापूर्ति करने का इरादा है. जबकि पूर्व में एफसीआईएल ने दामोदर नदी में दो पंप हाउस प्लांट और आम आबादी के लिये अलग-अलग स्थापित किये थे. डोमगढ़ और सिंदरी में ये अलग-अलग पंप हाउस बनाये गये. सिंदरी पंप हाउस से टाउनशिप को जलापूर्ति की जाती है, जबकि दूसरे से प्लांट में पानी दिया जाता था. ऐसा इसलिये किया जाता था कि आम लोगों को प्राथमिकता में रखते हुए कंपनी उसे सुरक्षित करना चाहती है. फिलहाल हर्ल का इरादा आम जनता को पानी सप्लाई की प्राथमिकता नहीं है. वह एक ही पंप हाउस से दोनों काम निकालना चाहता है. सिंदरी में पुराने जमाने में 24 घंटे मेें पांच बार पानी की सप्लाई होती थी, जबकि आज हमेशा त्राहि त्राहि मची रहती है. हर्ल प्रबंधन डोमगढ़ पंप हाउस को पुनर्जीवित करना नहीं चाहता और उसकी जिम्मेवारी से कन्नी काट रहा. उसका कहना है कि पाइप लाइनों की चोरी हो गई है. आम लोगों का मानना है कि जब कंपनी नये सिरे से स्थापित हो रही है तो पाइप लाइन भी नया बिछाया जा सकता है. फिलहाल एक ही पंप हाउस के रहने से लोग सशंकित हैं कि उन्हें कोई लाभ शायद ही मिले. इस मामले में सिंदरी के वासियों ने जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के साथ हर्ल प्रबंधन के महाप्रबंधक का भी ध्यान आकर्षित कर चुके हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि हर्ल के अधिकारी आम लोगों की इस समस्या से कोई वास्ता बनाना नहीं चाहते हैं.
यहां पानी का संकट अभी ही इतना अधिक है जिसका नमूना विगत जून में ही देखने को मिला जिसमें मात्र 10 दिन एक समय ही पानी मिला. इस गर्मी में settling tank पूरी तरह सूख गया जो पहले कभी देखने को नहीं मिलता था, जबकि HURL महाप्रबंधक ने पहले दिन में दो बार पानी देने को आश्वस्त किया था. यहां के लोगों की जरूरतों के प्रति HURL प्रबंधन की असंवेदनशीलता का य़ह ताजा नमूना है.
डोमगढ pump house को बंद करने के पीछे की मंशा की जांच हो तब असलियत सामने आ जाएगी.