जमशेदपुर, 8 अक्टूबर (रिपोर्टर) : सिदगोड़ा का चिल्ड्रेन पार्क आगामी बाल दिवस (14 नवम्बर) से पुन: आरम्भ होगा. साथ ही टाउन हॉल से सूर्य मंदिर तक पूरे परिसर को नए सिरे से विकसित किया जाएगा. इस आशय का ठोस प्रस्ताव पूर्वी के विधायक सरयू राय ने उपायुक्त के समक्ष दिया है, जिसे शीघ्र ही तकनीकी-प्रशासनिक स्वीकृति एवं निधि उपलब्ध कराने हेतु राज्य सरकार के संबंधित विभागों को भेजा जाएगा. इन कार्यों के लिए विधायक निधि एवं जिला योजना की निधि का भी उपयोग किया जाएगा.
कल देर शाम इस बावत उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में बैठक हुई, जिसमें श्री राय व उपायुक्त के अतिरिक्त एडीएम एनके लाल, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार एवं अन्य मौजूद थे. आज शनिवार को श्री राय, एडीएम श्री लाल और अक्षेस के विशेष पदाधिकारी ने एक विशेषज्ञ के साथ चिल्ड्रेन पार्क परिसर का अनौपचारिक दौरा कर वहां के उपकरणों का सर्वेक्षण किया. निष्कर्ष निकला कि चिल्ड्रेन पार्क काफी बदहाल स्थिति में है. इसके उपकरणों को चिल्ड्रेन पार्क के बाहर अव्यवस्थित रूप से फेंक दिया गया है. श्री राय ने चिल्ड्रेन पार्क के मूल स्थान और डम्प स्थान का दो घंटा तक मुआयना किया और पाया कि इसके कई क़ीमती उपकरण कबाड़ हो गए हैं. छोटे बच्चों के लिए बनाया गया कम गहराई का तालाबनुमा जल क्रीड़ा स्थल झाड़-झंखाड और कादो-कंकड़ से भर गया है. इस पार्क स्थल को साफ़ सुथरा करने का काम शुरू हो गया है. मैने प्रस्ताव रखा है कि बाल दिवस 14 नवम्बर के अवसर पर यहां तीन दिनों का बाल मेला लगाया जाए.
पार्क में प्रवेश के नाम पर शुल्क न दें : सरयू
श्री राय ने कहा कि टाउन हॉल-सूर्य मंदिर परिसर दर्जनों सरकारी योजनाओं के तहत आवंटित सरकारी निधि से हुआ है. इसी वर्ष सूर्य मंदिर परिसर की ग्रिल से घेराबंदी तत्कालीन राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार की सांसद निधि से हुई है जिसका उद्घाटन अभीतक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि चिल्ड्रेन पार्क के नाम पर 5 रु. और वहां के पार्क में जाने के लिए अलग से 5 रु. की अवैध वसूली अभी भी चल रही है. उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया कि इस परिसर में चल रही अवैध गतिविधियां कल से बंद होनी चाहिए. साथ ही अक्षेस के विशेष पदाधिकारी से कहा कि परिसर में प्रवेश के लिए देर शाम तक यात्री निवास की तरफ़ का गेट खोल कर रखा जाए ताकि वहां से लोग पार्क में नि:शुल्क प्रवेश कर सकें. साथ ही आम लोगों से भी अपील की कि इस परिसर में प्रवेश के लिए वे कोई शुल्क न दें. कोई शुल्क मांगता है और जबरन वसूलता है तो इसकी सूचना उन्हें दें.