चांडिल : अनुमंडल क्षेत्र में महाशिवरात्रि महोत्सव के अंतिम दिन शनिवार को भगवान शिव जी के भजन कीर्तन से भक्त मंडली जमकर झूमें। विभिन्न स्थानों में भजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
किशोर कुमार के मधुर स्वर में गाये गीत ”भोले ओ भोले वो रूठा दिल टूटा, मेरे यार को मना दे ओ प्यार फिर जगा दे। वो बिछड़ा तो कसम से फिर मैं ना जी सकूंगा, मेरे भोले तेरे जैसे मैं जहर ना पी सकूंगा। जिस्म हूँ मैं वो जान है मेरी उसको नहीं पहचान है मेरी। प्यार मेरा तू जाने मेरे यार को मना दे वो प्यार फिर जगा दे भोले ओ भोले”, ”सुनो महादेवा ओ मेरे भोले बाबा, मेरे भोले से भोले बाबा, जटागंगाधारी, तूने काहे को जोगी लियो, काहे को धुनि जमायो, मेरे भोले से भोले बाबा। सुनो महादेवा, भगत करे सेवा सुनो महादेवा, तेरी लीला है अजीब निराली, तेरी महिमा कोई ना जाने बाबा, मेरे भोले से भोले बाबा”, आदि हिंदी गीत व शिल्पी दास के मधुर स्वर में बंगला गीत ”देवादिदेव महादेव कैलाशेश्वर, त्रिजगते बाबा तुमि त्रिलोकेश्वर तुमि कैलाशेश्वर तुमि त्रिलोकेश्वर। जय बाबा तारकनाथ तोमार ई नाम निले एई जीवने अनेक किछु चाय जे सबी मिले, रातेर शशि तुमि बाबा दिनेर दिवाकर, तुमि कैलाशेश्वर, तुमि त्रिलोकेश्वर। तुमि जे अनंत बाबा अविनीश्वर”। आदि में दर्शक भावविभोर होकर झूमें।
भगवान शिव की आराधना आध्यात्मिक ज्ञान की ओर ले जाने वाले हैं : हरेलाल महतो
दलमा के तराई के चाकुलिया शिव मंदिर पूजा समिति द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव के अंतिम दिन शनिवार को सांस्कृतिक संध्या में झुमुर संगीत कार्यक्रम का उदघाटन जनसेवा ही लक्ष्य के संस्थापक सह आजसू के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने फीता काटकर किया। मौके पर हरेलाल महतो ने कहा कि भगवान शिव के आराधना मनुष्यों को आध्यात्मिक ज्ञान की ओर ले जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि देवादिदेव महादेव त्रिलोकेश्वर के रूप में विश्व के रक्षक हैं। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत महतो, गुरुपद सोरेन, बृहस्पति महतो, देबेन माझी, दुर्योधन गोप, मुखिया नरसिंह सरदार, पूजा कमिटी के अध्यक्ष साधुचरण महतो, अनिल सिंह, आजसू के जिला सचिव वासुदेव प्रमाणिक, सुरेश प्रमाणिक, मनोज मंडल आदि उपस्थित थे।