Jamshedpur,23 July: कुछ दागी थानेदारो की जो अभी पुलिस लाइन की शोभा बढ़ा रहे ,दलाली करते करते एक दलाल का मन इतना बढ़ गया कि अखबार में हल्की बेनामी चर्चा भर से सम्पादक को फोन लगा कर रिपोर्टर का नाम पूछने लगा और लीगल नोटिस भेजने के कानूनी अधिकार की दुहाई देने लगा.
इसके बाद थाना शांति समिति की peace committee whatsapp group में सफाई पेश करने लगा, जबकि उसके एक से एक कारनामे सबको पता हैं.
पिछले रामनवमी में एक वरीय पुलिस अधिकारी ने टाउन हॉल में शांति समिति के सदस्यों की बैठक में ठीक ही कहा था कि ऐसी समितियों के अधिकांश सदस्य इस सदस्यता का लाभ थाना में घुसपैठ कर दलाली के लिए ही करते हैं. उक्त दलाल ने यह साबित कर दिया है. पता चला है कि प्रशासन के अधिकारियों ने पिछले दुर्गा पूजा में ही सरेआम उसकी करतूतों पर उसे कड़ी फटकार लगायी थी. लेकिन उस समय के थानेदार ने अपने हित में और वसूली एजेंट बनाने के लिए उच्च अधिकारियों की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश करते हुए उसको सदस्य बनाए रखा जिस कारण बाद में थानेदार ही नप गया.
इस दलाल के कारनामों की लंबी फेहरिस्त लोगों द्वारा प्रशासन को लगातार भेजी जा रही जिसमें इसकी अपराधी गिरोह के लिए वसूली से लेकर गोली चलाने में जेल यात्रा, सूदखोरी, ऐयाशी, नागालैंड के लाइसेन्स वाले हथियार astha twin city और Birsanagar HP gas गोदाम के बगल के अड्डे, नाजायज कब्जागिरी , भ्रष्ट पुलिस अधिकारियो को सुविधा मुहैया कराने, आदि उल्लेखनीय हैं. यह आसूचनाए सत्यापन के अधीन हैं. इसके कारनामे अनेक थानेदारों की भी पोल खोलने वाले हैं.