जमशेदपुर, भाजपा के वरिष्ठ नेता सह सवर्ण महासंघ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महामंत्री डी डी त्रिपाठी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम के अमिट हस्ताक्षर एवं भारतीय जन मानस को शौर्य तथा स्वाभिमान की मृत पड़ी ज्वाला को जगाने वाले वीर शिरोमणि नेताजी सुभाषचंद्र बोस को आमबगान साकची स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी 125 वीं जयंती पर श्रद्धांजली अर्पित की ।
इस अवसर पर त्रिपाठी ने कहा कि ये दुर्भाग्य हैं कि विश्व में एक मात्र ऐसा राष्ट्र हैं जो अपने स्वतंत्रता संग्राम के जनक के प्रति कृतघ्न हैं …जो उन्हें संस्थागत रूप से विश्व पटल पर अंनत काल तक के लिए युद्ध अपराधी के रूप में स्वीकार कर रखा हैं।वर्तमान सरकार ने आज इस दिवस को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का आवाहन किया है किंतु एक लज्जित समाज पराक्रम की बात सोच भी कैसे सकता हैं? इस भावना को तभी पोषित किया जा सकता हैं जब भारतीय संसद पूर्व में हुई भूल को अस्वीकार कर इन्हें अप्रतिम राष्ट्र गौरव के रूप में स्वीकार करने हेतु प्रस्ताव पारित करें। और पूर्व में हुए समझौते को खारिज कर दें….तभी सच्ची श्रद्धांजली इस महामानव के प्रति होगी। उक्त अवसर पर राज कुमार वर्मा,सुरेंद्र नाथ मिश्रा,बिरेन्द्र सिंह, हृदयानंद तिवारी,मोहन राय,प्रभाकर मिश्रा,संजय कुमार शर्मा,विनोद तिवारी,कामेश्वर पांडेय,विजय सिंह ,गुड्डू श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।