झारखंड के विधायक सरयू राय द्वारा गठित पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा को मान्यता मिल गई है। निर्वाचन आयोग ने सरयू राय की पार्टी को राजनीतिक दल के तौर पर पंजीकृत किया है। मोर्चा के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने इसकी जानकारी दी। अब संगठन का विस्तार होगा। कद्दावर नेता सरयू राय अब भारतीय जनतंत्र मोर्चा के बैनर तले अपनी राजनीतिक गतिविधियों का संचालन करेंगे। मोर्चा को भारत के राजनीतिक दल के रूप में विधिवत पंजीकृत कराने के लिए पिछले वर्ष अगस्त माह में भारतीय निर्वाचन आयोग को सारे आवश्यक दस्तावेज भेजे गए थे।
उन दस्तावेजों का मूल्यांकन और सत्यापन कर भारतीय निर्वाचन आयोग ने भारतीय जनतंत्र मोर्चा को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत कर लिया है। मोर्चा के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी के मुताबिक दल मुख्य रूप से भ्रष्टाचार को उजागर करने और पर्यावरण संबंधी विषयों पर काम करेगी। अगले सप्ताह पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी एवं जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा की जाएगी।
गौरतलब है कि 2019 में विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट नहीं मिलने के कारण सरयू राय ने पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने जमशेदपुर पूर्वी से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ा और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने में कामयाबी पाई। उस वक्त उन्होंने कई स्थानों पर प्रत्याशियों के पक्ष में खुलकर प्रचार अभियान चलाया था। जीत हासिल करने के कुछ महीने के बाद समर्थकों संग बैठक में उन्होंने नए दल के गठन का निर्णय किया।