सरयू राय को सीएम ने दिया आश्वासन
जमशेदपुर, 7 जनवरी (रिपोर्टर) : विधायक सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर में नगर निगम बनेगा या औद्योगिक नगरी का दर्जा मिलेगा इसका फैसला आगामी एक माह में सरकार के स्तर पर हो जाएगा. इस बावत राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें आश्वासन दिया है. श्री राय आज अपने विधायक का शपथ लेकर एक वर्ष होने पर बिष्टुपुर आवास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि वे गतदिनों मुख्यमंत्री सहित विभागीय सचिवों से मिलकर यह सुझाव दिया कि यहां सरकार को जो भी बनाना है, उसे गठित कर दे, ताकि उसे संवैधानिक दर्जा मिले. वर्तमान में जमशेदपुर अक्षेस यहां कार्यरत है, जिसके पास न तो राजस्व है और न ही अपने स्तर पर कोई कार्य कर सकता है. सिर्फ जिला प्रशासन के आदेशानुसार कार्य करता है.
श्री राय ने कहा कि इस शहर में नगर निगम/औद्योगिक शहर का गठन नहीं होने से 14वीं तथा 15वीं वित्त आयोग की राशि से यहां के निवासी वंचित रह जा रहे हैं. इससे प्रति वर्ष 150-200 करोड़ का नुकसान हो रहा है. उन्होंने इसके लिये भी सरकार से विशेष सहायता देने का आग्रह किया है. विधायक ने कहा कि उन्होंने सरकार को ग्रेटर जमशेदपुर बनाने का प्रस्ताव दिया है, ताकि यहां निकाय या पंचायत कार्यरत रहे. मालिकाना मुद्दे पर भी नगर विकास विभाग के सचिव से मिलकर स्थिति की जानकारी ली. कहा कि मालिकाना मुद्दे पर पूर्व की सरकार ने कुछ अड़चनें लगाई थी, पहले उससे उबरना होगा. संवाददाता सम्मेलन में भाजमो के जिलाध्यक्ष सह प्रतिनिधि सुबोध श्रीवास्तव, मुकुल मिश्रा, रामनारायण शर्मा, अजय सिन्हा, हरेराम सिंह आदि भी मौजूद थे.
पूर्वी की जनता ने जो लकीर खींच दी है, उसे छोटा करना नामुमकीन
सरयू ने एकबार पुन: कहा कि पूर्वी की जनता ने एक वर्ष पूर्व उन्हें इस सीट से जीताकर जो महान कार्य किया है, वह अपने आप में एक रिकॉर्ड है और इसका पूरा श्रेय जनता को ही जाता है. इसलिये अब वे चुनाव जीतने के बाद फिर से उसपर कब्जा करने के लिये कोई कार्य नहीं करेंगे. विधायक की सीट नहीं, बल्कि जनता के लिये काम करना ही उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा कि कुछ लोग उन्हें फिर से चुनाव हराने की बातों को अभी से हवा दे रहे हैं, लेकिन पूर्वी की जनता ने उनके सम्मान में जो ‘बड़ी लकीर’ खींच दी है, उसे छोटा करना नामुमकिन है.